पावर कंपनी का 19% बढ़ा रेवेन्यू, ₹92000 करोड़ से अधिक का ऑर्डर, ₹227 का है शेयर
- पावर सेक्टर में कंपनी ने 81,349 करोड़ रुपये के ऑर्डर के साथ अपनी प्रमुख स्थिति बनाए रखी। इसके इंडस्ट्रियल सेक्टर ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया, जिसने 11,185 करोड़ रुपये प्रति वर्ष के नए ऑर्डर हासिल किए।

BHEL Q4 business update: सरकारी इंजीनियरिंग और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की प्रमुख कंपनी भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स (BHEL) के शेयर कल सोमवार को कारोबार के दौरान फोकस में रह सकते हैं। कंपनी ने अपने कारोबार को लेकर नए अपडेट जारी किए हैं। भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स ने आज वित्त वर्ष 2025 के लिए प्रोविजनल रेवेन्यू में 19% की साल-दर-साल बढ़ोतरी दर्ज की, जो 27,350 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। कंपनी ने 92,534 करोड़ रुपये के अपने अब तक के सबसे अधिक सालाना ऑर्डर प्रवाह की भी घोषणा की। कंपनी के शेयर बीते गुरुवार को 227 रुपये पर बंद हुए थे।
पावर सेक्टर में भारी डिमांड
पावर सेक्टर में कंपनी ने 81,349 करोड़ रुपये के ऑर्डर के साथ अपनी प्रमुख स्थिति बनाए रखी। इसके इंडस्ट्रियल सेक्टर ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया, जिसने 11,185 करोड़ रुपये प्रति वर्ष के नए ऑर्डर हासिल किए। बता दें कि पहले ही एक रिपोर्ट में मिंट ने बताया था कि देश में थर्मल पावर प्रोजेक्ट स्थापित करने पर सरकार के नए सिरे से फोकस करने और कोयले से चलने वाली पावर प्रोडक्शन की मांग में उछाल ने बीएचईएल की किस्मत को फिर से चमका दिया है। कंपनी (जिसने 2023-24 से पहले लगभग तीन साल तक पावर इक्विपमेंट कॉन्ट्रैक्ट पाने के लिए संघर्ष किया) के पास अब बॉयलर और इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण अनुबंधों के लिए पूरी ऑर्डर बुक है। एग्जिक्यूशन के मोर्चे पर, बीएचईएल ने 8.1GW थर्मल पावर क्षमता को चालू या सिंक्रनाइज किया है।
क्या है डिटेल
2023-24 की अपनी वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, सरकारी इंजीनियरिंग कंपनी को वित्तीय वर्ष में 9.6GW थर्मल पावर परियोजनाओं के लिए लगभग ₹52,000 करोड़ के ऑर्डर मिले। 2024-25 में भी ऑर्डर की गति जारी रही, सरकार ने 2032 तक 80GW थर्मल पावर क्षमता स्थापित करने की योजना बनाई है। दिसंबर को समाप्त तिमाही के लिए, कंपनी ने ₹134.70 करोड़ का समेकित शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो 2023-24 की इसी अवधि में दर्ज लाभ ₹60.31 करोड़ से दोगुना से भी अधिक है। बिजली क्षेत्र BHEL के संचालन का लगभग 70% हिस्सा बनाता है, दूसरा प्रमुख क्षेत्र उद्योग है, जो परिवहन, ट्रांसमिशन, रक्षा, एयरोस्पेस और कैप्टिव पावर प्लांट सहित उद्योगों के लिए प्रमुख उपकरण आपूर्ति और EPC कार्यों को पूरा करता है।