शेयर की सिफारिश कर एक्सपर्ट संजीव भसीन ने किया था खेल, सेबी ने लगाया बैन
सेबी ने कहा कि संजीव भसीन और अन्य लोगों ने पीएफयूटीपी (धोखाधड़ी और अनुचित व्यापार व्यवहार का निषेध) मानदंडों और शोध विश्लेषक नियमों के प्रावधानों का उल्लंघन किया है, जिससे कुल 11.37 करोड़ रुपये की अवैध कमाई हुई है।

बाजार नियामक सेबी ने IIFL सिक्योरिटीज के पूर्व निदेशक संजीव भसीन और 11 अन्य लोगों को बड़ी कार्रवाई है। दरअसल, भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने टीवी चैनलों, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयरों से जुड़े सुझाव देने से संबंधित एक मामले में शेयर हेराफेरी में संलिप्त होने पर सिक्योरिटीज मार्केट से प्रतिबंधित कर दिया। इसके साथ ही सेबी ने उन्हें 11.37 करोड़ रुपये की अवैध ढंग से अर्जित आय लौटाने का भी निर्देश दिया।
सेबी ने 149-पृष्ठ के अपने अंतरिम आदेश में कहा कि भसीन टेलीविजन चैनलों पर नजर आने वाले एक मशहूर गेस्ट एक्सपर्ट थे, उनके सोशल मीडिया पर भी बड़ी संख्या में फॉलोअर हैं। IIFL के साथ एक निदेशक या सलाहकार के रूप में जुड़े रहते समय भसीन ने मीडिया चैनलों, टेलीग्राम और IIFL प्लेटफॉर्म के जरिये शेयरों के बारे में सिफारिशें कीं।
कैसे होता था खेल
सेबी की जांच से पता चला है कि मीडिया चैनलों पर आने से पहले भसीन ट्रेडिंग सदस्य आरआरबी मास्टर सिक्योरिटीज दिल्ली लिमिटेड के डीलरों के जरिये जेमिनी पोर्टफोलियो, वीनस पोर्टफोलियो और एचबी स्टॉक होल्डिंग्स लिमिटेड के ट्रेडिंग खातों में अपनी पोजिशन ले लेते थे जो कि मुख्य रूप से खरीद ऑर्डर होते थे। इन चैनलों के दर्शकों की बड़ी संख्या को देखते हुए शेयरों के बारे में भसीन के सुझावों का उन शेयरों की कीमत और मात्रा पर काफी प्रभाव पड़ता था। भसीन उन शेयरों की कीमतों में उछाल से लाभ उठाने के लिए उनमें खरीद की अपनी सार्वजनिक अनुशंसाओं के उलट उन्हीं खातों में बिक्री ऑर्डर कर देते थे।
2015 से IIFL से जुड़े
संजीव भसीन 2015 से अलग-अलग क्षमताओं में आईआईएफएल सिक्योरिटीज के साथ जुड़े हुए थे। वह एक अप्रैल, 2017 से 30 नवंबर, 2022 तक आईआईएफएल में निदेशक के रूप में भी कार्यरत थे। वह एक दिसंबर, 2022 से 17 जून, 2024 तक कंपनी के साथ सलाहकार के रूप में भी जुड़े रहे।
सेबी की तरफ से 13-14 जून, 2024 को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में कई स्थानों पर की गई तलाशी और जब्ती कार्रवाई से व्हाट्सएप चैट और ऑडियो रिकॉर्डिंग सहित महत्वपूर्ण सबूत मिले थे। इनसे पता चला कि भसीन अपनी खुद की सिफारिशों के विपरीत स्थिति बनाने की धोखाधड़ी योजना को संचालित करने में लिप्त थे।
चचेरे भाई ने भी की मदद
जांच से यह भी पता चला कि संजीव भसीन के चचेरे भाई ललित भसीन ने उनकी मदद की और कई बार कथित धोखाधड़ी वाले सौदों को रखने में सहायता की। इसके अलावा, आरआरबी मास्टर सिक्योरिटीज लिमिटेड के प्रबंध निदेशक आशीष कपूर ने भी इसे सुविधाजनक बनाने के लिए जरूरी बुनियादी ढांचा मुहैया कराया। इसके अलावा कई अन्य जुड़ी हुई संस्थाओं ने संजीव भसीन से प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से प्राप्त गोपनीय व्यापार आदेश जानकारी का दुरुपयोग किया। उनकी ट्रेडिंग रणनीति को दोहराते हुए, इन संस्थाओं ने अपने स्वयं के खातों में या उनके द्वारा नियंत्रित खातों में समान सौदे किए।