डिजिटल स्कैम के खिलाफ गूगल इंडिया की जंग, सेफ्टी चार्टर को किया लॉन्च
कड़े बताते हैं कि गूगल मैसेज हर महीने 500 मिलियन से ज्यादा उन स्कैम को ब्लॉक कर चुका है जो टेक्सट मैसेज के जरिए किए जाते हैं। वहीं, गूगल पे ने 4.1 करोड़ स्कैम ट्रांजेक्शन अलर्ट जारी किए हैं।

डिजिटल स्कैम से निपटने के लिए गूगल ने एक बड़ा कदम उठाया है। दरअसल, गूगल ने मंगलवार को नई दिल्ली में आयोजित "सेफर विद गूगल इंडिया समिट" में अपना सेफ्टी चार्टर पेश किया। इसके तहत कंपनी का फोकस सिक्योर ऑनलाइन माहौल बनाने पर है। इसके अलावा गूगल डिजिटल स्कैम पर यूजर्स, बिजनेस और सरकारों को एआई के जरिए मजबूत बनाने के प्रयास कर रही है।
स्कैम रोकने को गूगल के प्रयास
गूगल के कार्यक्रम में डिजीकवच का भी जिक्र किया गया। कंपनी ने बताया कि इसके तहत गूगल ने वित्तीय धोखाधड़ी से निपटने के लिए AI-संचालित सुरक्षा और जागरूकता पहल के साथ 177 मिलियन से अधिक भारतीयों तक पहुंच बनाई है। आंकड़े बताते हैं कि गूगल मैसेज हर महीने 500 मिलियन से ज्यादा उन स्कैम को ब्लॉक कर चुका है जो टेक्सट मैसेज के जरिए किए जाते हैं। वहीं, गूगल पे ने 4.1 करोड़ स्कैम ट्रांजेक्शन अलर्ट जारी किए हैं। बता दें कि अकेले यूपीआई धोखाधड़ी से 2024 में भारतीयों को 1,087 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ। वित्त मंत्रालय द्वारा साझा किए गए आंकड़ों से पता चलता है कि घटनाओं की संख्या वित्त वर्ष 23 में 7.25 लाख से बढ़कर वित्त वर्ष 24 में 13.42 लाख हो गई।
क्या कहा गूगल इंडिया की कंट्री मैनेजर ने
गूगल इंडिया की कंट्री मैनेजर प्रीति लोबाना ने इस बात पर जोर दिया कि ट्रस्ट और सेफ्टी पर विशेष ध्यान देना एआई युग में गति को बनाए रखने के लिए अहम है। प्रीति लोबाना के मुताबिक अमेरिकी टेक्नोलॉजी कंपनी एंड्रॉयड या प्ले स्टोर के मामले में समृद्ध, संपन्न डिजिटल परिवेश के लिए प्रतिबद्ध है। लोबाना ने देश में सर्च दिग्गज कंपनी के खिलाफ ‘एंटीट्रस्ट’ मामलों पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, लेकिन कहा कि कंपनी जिस भी देश में काम करती है, वहां के स्थानीय कानूनों का अनुपालन करती है।