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RBI ने दी आम आदमी को बड़ी राहत, 50 बेसिस प्वाइंट घटाया रेपो रेट, GDP को लेकर क्या अनुमान?

RBI MPC Meeting: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट की कटौती की है। इस कटौती के बाद बाद रेपो रेट 6 प्रतिशत से घटकर 5.50 प्रतिशत हो गया है। आम आदमी को सेंट्रल बैंक ने बड़ी राहत दी है।

Tarun Pratap Singh भाषाFri, 6 June 2025 10:43 AM
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RBI ने दी आम आदमी को बड़ी राहत, 50 बेसिस प्वाइंट घटाया रेपो रेट, GDP को लेकर क्या अनुमान?

RBI MPC Meeting: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट की कटौती की है। इस कटौती के बाद बाद रेपो रेट 6 प्रतिशत से घटकर 5.50 प्रतिशत हो गया है। आम आदमी को सेंट्रल बैंक ने बड़ी राहत दी है। इसके अलावा, रिजर्व बैंक 4 चरण में कैश रिजर्व रेशियो (CRR) 100 बेसिस प्वाइंट घटाकर 4 से 3 पर्सेंट करेगा। बता दें, शुक्रवार की सुबह रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने इस फैसले को साझा किया है।

ग्रोथ रेट को लेकर क्या है RBI का अनुमान?

वित्त वर्ष 2026 के लिए सेंट्रल बैंक ने 6.5 प्रतिशत की ग्रोथ रेट का अनुमान जताया है। आरबीआई के गवर्नर ने कहा कि पहली तिमाही में 6.5 प्रतिशत, दूसरी तिमाही में 6.7 प्रतिशत, तीसरी तिमाही में 6.6 प्रतिशत और चौथी तिमाही में 6.3 प्रतिशथ ग्रोथ रेट रह सकता है। वहीं, वित्त वर्ष 2026 में महंगाई दर 4 प्रतिशत से घटकर 3.7 प्रतिशत रह सकती है। संजय महल्होत्रा ने कहा कि खाद्य महंगाई दर में नरमी देखने को मिल सकती है।

उन्होंने कहा कि एजेंसियों की तरफ से ग्लोबल ग्रोथ रेट में कटौती के अनुमान जताए जा रहे हैं। दुनिया भर के बाजार में इस समय अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है। बता दें, केंद्रीय बैंक ने गवर्नर की अध्यक्षता वाली एमपीसी की सिफारिशों पर इस वर्ष फरवरी और अप्रैल में प्रमुख ब्याज दर (रेपो) में 0.25-0.25 प्रतिशत की कटौती की थी। रिजर्व बैंक की यह बैठक 4 जून को शुरू हुई थी।

ट्रंप के टैरिफ ने बढ़ाई टेंशन

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा शुल्क लगाए जाने के कारण उत्पन्न व्यापार तनाव के बीच आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिए लगातार तीसरी बार प्रमुख नीतिगत दर रेपो में 0.25 प्रतिशत या इससे अधिक की कटौती की उम्मीद की जा रही है। बता दें, आरबीआई की दर तय करने वाली मौद्रिक नीति समिति की तीन-दिवसीय बैठक चार जून को शुरू हुई थी। जून की आरबीआई बैठक ऐसे समय में हो रही है जब महंगाई दर 2 प्रतिशत से 4 प्रतिशत के बीच बनी हुई है। जोकि सेंट्रल बैंक का भी मीडियम टर्म टारगेट रेंज है।

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एसबीआई रिसर्च में 50 बेसीस प्वाइंट की कटौती की बात

अधिकांश एक्सपर्ट्स का मानना ​​है कि आरबीआई इस बार भी रेपो में 0.25 प्रतिशत की कटौती करेगा। हालांकि, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की रिसर्स रिपोर्ट में 0.50 प्रतिशत की बड़ी कटौती की बात कही गई है। आरबीआई के एक आकलन के अनुसार, फरवरी 2025 से रेपो दर में 0.50 प्रतिशत की कटौती के जवाब में, अधिकांश बैंकों ने अपनी रेपो से संबद्ध बाह्य मानक-आधारित ब्याज दरों (ईबीएलआर) और कोष की सीमांत लागत-आधारित उधार दर (एमसीएलआर) को कम कर दिया है।

एमपीसी में आरबीआई के तीन सदस्य और सरकार द्वारा नियुक्त तीन बाहरी सदस्य शामिल हैं। आरबीआई के सदस्य हैं: गवर्नर संजय मल्होत्रा, डिप्टी गवर्नर एम राजेश्वर राव और कार्यकारी निदेशक राजीव रंजन। बाहरी सदस्य हैं: नयी दिल्ली स्थति औद्योगिक विकास अध्ययन संस्थान के निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी नागेश कुमार; अर्थशास्त्री सौगत भट्टाचार्य और दिल्ली स्थित दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के निदेशक प्रो. राम सिंह

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