₹800 से टूटकर ₹1 पर आ गया यह शेयर, 1 लाख का निवेश घटकर ₹213 रह गया, 3 मार्च से बंद पड़ा है ट्रेडिंग, अब बड़ा अपडेट
- Stock Crash: अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस के शेयरों में ट्रेडिंग बंद हैं। कंपनी के शेयरों में अंतिम ट्रेडिंग 3 मार्च को देखी गई थी। उस दिन इसमें 5% का लोअर सर्किट लगा था और यह शेयर 1.71 रुपये पर आ गया था।

Reliance Communications Share: अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस के शेयरों में ट्रेडिंग बंद हैं। कंपनी के शेयरों में अंतिम ट्रेडिंग 3 मार्च को देखी गई थी। उस दिन इसमें 5% का लोअर सर्किट लगा था और यह शेयर 1.71 रुपये पर आ गया था। अब बीते शुक्रवार को कंपनी से जुड़ी एक और अहम अपडेट सामने आई है। दरअसल, बम्बई उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को केनरा बैंक के पिछले वर्ष आठ नवंबर के उस आदेश पर रोक लगा दी जिसमें उद्योगपति अनिल अंबानी के दिवालिया होने की कगार पर खड़ी रिलायंस कम्युनिकेशंस से जुड़े ऋण खाते को ‘धोखाधड़ी’ के रूप में वर्गीकृत किया गया था।
क्या है डिटेल
न्यायमूर्ति रेवती मोहिते-डेरे और नीला गोखले की पीठ ने सवाल किया कि क्या भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) उन बैंकों के खिलाफ कार्रवाई करेगा, जिन्होंने बार-बार उसके मास्टर सर्कुलर और शीर्ष न्यायालय के फैसले की अवहेलना की है। पीठ ने यह भी सवाल किया कि क्या ऋणी को उनके खातों को ‘धोखाधड़ी’ घोषित करने से पहले सुनवाई का मौका नहीं दिया जाना चाहिए। पीठ ने कहा, “आरबीआई को बैंकों के खिलाफ कुछ कार्रवाई करने की जरुरत है। ऐसा बार-बार हो रहा है। लोगों को बार-बार अदालत क्यों आना चाहिए।”
पीठ ने धोखाधड़ी वर्गीकरण आदेश पर रोक लगाते हुए अंबानी को अपनी याचिका में संशोधन करने की अनुमति दी, ताकि आरबीआई को प्रतिवादी के रूप में शामिल किया जा सके। इसने 20 दिसंबर, 2024 के अपने आदेश का भी हवाला दिया, जिसमें इसने रिलायंस कम्युनिकेशंस की स्वतंत्र निदेशक मंजरी कक्कड़ के खिलाफ इसी तरह के वर्गीकरण पर रोक लगायी थी। अंबानी ने कैनरा बैंक के आदेश को चुनौती देते हुए तर्क दिया कि उनके ऋण खाते को ‘धोखाधड़ी’ के रूप में वर्गीकृत करने से पहले उनकी सुनवाई नहीं की गयी। उनके वकील ने तर्क दिया कि धोखाधड़ी वर्गीकरण 08 नवंबर-2024 को जारी किया गया था, लेकिन अंबानी को 25 दिसंबर-2024 को सूचित किया गया था।
शेयरों के हाल
रिलायंस कम्युनिकेशंस के शेयर पिछले एक महीने में 15% तक की गिरावट दर्जकी गई। छह महीने में 21% और इस साल अब तक 12% तक की गिरावट देखी गई। बता दें कि जनवरी 2008 में कंपनी के शेयर 800 रुपये के पार पहुंच गए थे। इस हिसाब से अब तक यह शेयर 99% से अधिक टूट चुका है। यानी अगर किसी निवेशक ने इस शेयर में एक लाख रुपये लगाए होते तो आज की तारीख तक यह निवेश घटकर 213 रुपये रह गया।
(एजेंसी इनपुट के साथ)