डोनाल्ड ट्रंप टैरिफ से धड़ाम हुआ बाजार, 5 मिनट में ही 5 लाख करोड़ रुपये का लगा झटका
- Share Market Updates: बजट के बाद शेयर बाजार आज कराह रहा है। सेंसेक्स और निफ्टी में सप्ताह के पहले कारोबारी दिन को भारी गिरावट देखने को मिली है। इस गिरावट के पीछे की वजह डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ वाले एक्शन को माना जा रहा है। सेंसेक्स 700 से अधिक अंक लुढ़क गया।

Stock Market Crashed Today: बजट के बाद शेयर बाजार आज कराह रहा है। सेंसेक्स और निफ्टी में सप्ताह के पहले कारोबारी दिन को भारी गिरावट देखने को मिली है। इस गिरावट के पीछे की वजह डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ वाले एक्शन को माना जा रहा है। सेंसेक्स 700 से अधिक अंक लुढ़क गया। वहीं, निफ्टी में भारी गिरावट देखने को मिली है। आइए जानते हैं गिरावट के पीछे वजह -
5 लाख करोड़ रुपये साफ
सेंसेक्स आज 77,063.94 पर खुला था। दिन में बीएसई इंडेक्स 76,756.09 के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया। वहीं, निफ्टी 23,319.35 अंक पर खुला था। दिन में निफ्टी 23,222 तक लुढ़क गया था। सुबह 10.35 मिनट पर निफ्टी 201.05 अंक की गिरावट के साथ 23,281.10 पर ट्रे़ड कर रहा था। सेंसेक्स 579 अंक की गिरावट के साथ 76,926.57 पर ट्रेड कर रहा थे। बता दें, मार्केट में भारी गिरावट की वजह से निवेशकों के 5 लाख करोड़ रुपये महज 5 मिनट में साफ हो गए।
डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ एक्शन से सहमा भारतीय बाजार
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यूएस प्रेसीडेंट डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा और मैक्सिको पर 25 प्रतिशत की ड्यूटी लगाई है। वहीं, 10 प्रतिशत की टैरिफ अमेरिका के सबसे बड़े ट्रेड पार्टनर चीन पर लगाया गया है।
जियोजीत फाइनेंशियल से जुड़े विजयकुमार कहते हैं, “यह समझना महत्वपूर्ण है कि मैक्सिको और कनाडा पर गैरकानूनी तरीके से पलायन करवाने के लिए यह ऐलान किया गया है। ट्रंप कुछ और देशों के लिए खिलाफ भी यह हथियार अपना सकते हैं। चीन पर भी डोनाल्ड ट्रंप ने 10 प्रतिशत का टैरिफ लगाया है। हालांकि, चीन की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। चीन डब्ल्यूटीओ का दरवाजा खटखटा सकता है।”
भारत पर मंडराया खतरा
अमेरिका और भारत के बीच व्यापार घाटा 3.5 प्रतिशत का है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि ट्रंप भारत पर भी टैरिफ लगा सकते हैं। जिससे व्यापार घाटा कम किया जा सके। अपने पहले कार्यकाल में उन्होंने एल्युमिनियम और स्टील पर टैरिफ लगाया था। बता दें, भारत ब्रिक्स देशों के समूह का हिस्सा है। ट्रंप इस ग्रुप को बिलकुल नहीं पसंद करते हैं। उन्होंने इसको लेकर धमकियां भी दी हैं।
ये भी कारण हैं बाजार के गिरावट के पीछे
एशिआई बाजारों की स्थिति बहुत खराब है। जिसका असर भारतीय शेयर मार्केट पर पड़ा है। वहीं, डॉलर इंडेक्स का मजबूत होना भी स्टॉक मार्केट के लिए बुरी खबर है। इन सबके अलावा रिजर्व बैंक की द्विमासिक बैठक को लेकर भी सबकी निगाह बनी हुई है।
(यह निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार जोखिमों के अधीन है। किसी भी निवेश से पहले एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें।)