₹71 पर जाएगा यह एनर्जी, लगातार चढ़ रहा भाव, रिटेल निवेशकों का है फेवरेट
- Energy stock- पिछले ट्रेडिंग सत्र में एनर्जी कंपनी के शेयर की कीमत ₹60 के स्तर को पार कर गई थी, जो आखिरी बार जनवरी के अंत में देखी गई थी। यह रिकवरी लगातार ऑर्डर जीतने और भारतीय शेयर बाजार में समूचे सेंटिमेंट में सुधार के कारण हुई।

Suzlon Energy Share: सुजलॉन एनर्जी के शेयर लगातार चर्चा में हैं। कंपनी के शेयर आज 2% से अधिक चढ़कर 61.59 रुपये के इंट्रा डे हाई पर पहुंच गए थे। रिटेल निवेशकों के पसंदीदा स्मॉल-कैप स्टॉक ने 07 अप्रैल को ₹46.15 के 10 महीने के निचले स्तर को छूने के बाद केवल 9 ट्रेडिंग सत्रों में 30% की बढ़त हासिल की है। पिछले ट्रेडिंग सत्र में सुजलॉन एनर्जी के शेयर की कीमत ₹60 के स्तर को पार कर गई थी, जो आखिरी बार जनवरी के अंत में देखी गई थी। यह रिकवरी लगातार ऑर्डर जीतने और भारतीय शेयर बाजार में समूचे सेंटिमेंट में सुधार के कारण हुई।
रिटेल निवेशकों का बड़ा दांव
मार्च तिमाही के दौरान, रिटेल निवेशकों ने कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है और उनकी हिस्सेदारी दिसंबर-समाप्त तिमाही में 54.6% से बढ़कर 55% हो गई है। इस शानदार रिकवरी के बावजूद शेयर अभी भी अपने सितंबर के शिखर ₹85.85 प्रति शेयर से 31% नीचे कारोबार कर रहा है। तकनीकी एनालिस्ट का सुझाव है कि निकट भविष्य में शेयर में तेजी जारी रह सकती है। जेएम फाइनेंशियल ने 71 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ सुजलॉन को खरीदने की सिफारिश की है।
सुजलॉन एनर्जी को हाल ही में मिला ऑर्डर
17 अप्रैल को सुजलॉन ने सनश्योर एनर्जी से 100.8 मेगावाट का ईपीसी पवन ऊर्जा ऑर्डर हासिल किया, जो विंड एनर्जी के सेक्टर में कंपनी का पहला कदम है। इस परियोजना को महाराष्ट्र के जथ क्षेत्र में क्रियान्वित किया जाना है। समझौते के तहत, सुजलॉन 48 अत्याधुनिक एस120 पवन टरबाइन जनरेटर (डब्ल्यूटीजी) हाइब्रिड लैटिस टावर्स (एचएलटी) के साथ सप्लाई करेगा, जिनमें से प्रत्येक की क्षमता 2.1 मेगावाट होगी। मार्च की शुरुआत में कंपनी ने जिंदल रिन्यूएबल्स की सहायक कंपनी जिंदल ग्रीन विंड 1 प्राइवेट लिमिटेड से अपना तीसरा ऑर्डर- 204.75 मेगावाट- हासिल किया। यह साझेदारी अब सुजलॉन का सबसे बड़ा वाणिज्यिक और औद्योगिक (सीएंडआई) ऑर्डर है, जिसकी कुल क्षमता 907.2 मेगावाट है। वर्तमान में, सीएंडआई ग्राहक सुजलॉन की कुल ऑर्डर बुक का 59% हिस्सा हैं, जो रिकॉर्ड 5.9 गीगावाट तक पहुंच गया है - जो कंपनी के इतिहास में सबसे अधिक है।