क्रिकेट का यह रूल बदल सकती है आईसीसी, सचिन तेंदुलकर-सौरव गांगुली ने दी है सलाह
- वनडे क्रिकेट में बल्लेबाजों के दबदबे को लेकर चली आ रही चिंता को देखते हुए आईसीसी 50 ओवर फॉर्मेट में दो गेंद के इस्तेमाल के नियम में बदलाव कर सकता है।

वनडे क्रिकेट में बल्लेबाजों के दबदबे को लेकर चली आ रही चिंता को देखते हुए आईसीसी 50 ओवर फॉर्मेट में दो गेंद के इस्तेमाल के नियम में बदलाव कर सकता है। पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली की अध्यक्षता वाली आईसीसी क्रिकेट समिति ने वनडे में एक गेंद के इस्तेमाल की सिफारिश की है। दो नई गेंद का नियम एक दशक से भी अधिक समय से लागू है। इस सिफारिश को आईसीसी के निदेशक बोर्ड द्वारा अनुमोदित किया जाना चाहिए। इसके बाद ही इसे संशोधित खेल शर्तों में शामिल किया जाएगा। आईसीसी बोर्ड रविवार को हरारे में इस मुद्दे पर चर्चा करेगा।
अभी ऐसा है नियम
अभी वनडे में दो नई सफेद कूकाबुरा गेंदों का इस्तेमाल किया जाता है। गेंदबाजों द्वारा प्रत्येक छोर से अलग-अलग नई गेंदों का इस्तेमाल करने के कारण गेंद सख्त बनी रहती है। इससे बल्लेबाजों को खुलकर रन बनाने का फायदा मिलता है। क्षेत्ररक्षण पाबंदी (30 गज के घेरे के बाहर केवल चार क्षेत्ररक्षक) के कारण बल्लेबाजों को गेंदबाजों पर अनुचित लाभ मिलता है। यहां तक कि महान सचिन तेंदुलकर ने भी अक्सर दो नई गेंदों से रन बनाने पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में बात की है।
ऐसा होगा बदलाव
आईसीसी बोर्ड के एक सदस्य ने नाम नहीं बताने की शर्त पर पीटीआई को बताया कि आईसीसी क्रिकेट समिति ने तीन नियमों में बदलाव की सिफारिश की है। एक दिवसीय क्रिकेट में एक सफेद गेंद का उपयोग, टेस्ट मैच में ओवर रेट की जांच के लिए ‘क्लॉक टाइमर’ (टाइमर घड़ी) का उपयोग और अंडर 19 पुरुष विश्व कप को 50 ओवर से टी20 में बदलना। ऐसी संभावना है कि 25वें ओवर तक दो गेंद का उपयोग किया जा सकता है। इसके बाद गेंदबाजी करने वाली टीम को मैच पूरा करने के लिए दो गेंद में से एक को रखने का विकल्प दिया जाएगा।
टाइमर क्लॉक का प्रावधान
‘टाइमर क्लॉक’ के मामले में ओवरों के बीच 60 सेकंड का समय देने और एक दिन में 90 ओवर पूरे करने के लिए समय सीमा तय करने की सिफारिश की गई है। धीमी ओवर गति का नियम टी20 के लिए पहले से ही लागू है। इसमें समय से पीछे चल रही टीम को 19वें ओवर की समाप्ति के बाद सर्कल के भीतर एक अतिरिक्त क्षेत्ररक्षक लाने की जरूरत होती है। आईसीसी इस बात पर भी विचार करेगा कि अंडर-19 पुरुष विश्व कप को मौजूदा 50 ओवर के प्रारूप से टी20 प्रारूप में आयोजित करने की जरूरत है या नहीं। गौरतलब है कि आईसीसी टूर्नामेंट को छोड़कर 50 ओवर की द्विपक्षीय श्रृंखलाएं खत्म हो रही हैं। आयु वर्ग के स्तर पर टी20 वर्ल्ड कप का मतलब है कि अब उन सभी देशों के लिए एक बड़ा ‘टैलेंट पूल’ उपलब्ध है, जिनके यहां अब फ्रेंचाइजी लीग चल रही हैं। अगला अंडर-19 विश्व कप जिम्बाब्वे में आयोजित किया जाएगा।