लॉर्ड्स में भारत की वो पहली टेस्ट जीत और दिलीप वेंगसरकर का ऐसा रिकॉर्ड जो 39 साल से कोई तोड़ नहीं पाया
भारत-इंग्लैंड के बीच चर्चित टेस्ट सीरीज की जब भी बात होगी तब 1986 में दोनों देशों के बीच खेली गई 3 टेस्ट मैच की सीरीज की बात जरूर होगी। सीरीज के पहले मैच में भारत ने जीत हासिल की थी। लॉर्ड्स में वह भारत की पहली टेस्ट जीत थी। दिलीप वेंगसरकर ने शतक जड़ा था। ऐतिहासिक मैदान पर उनका यह तीसरा शतक था।

भारत और इंग्लैंड के बीच 5 टेस्ट मैच की सीरीज का पहला मुकाबला 20 जून से शुरू होने जा रहा है। भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच होने वाली बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की तर्ज पर इस सीरीज को तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी का नाम दिया गया है। सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच क्रिकेट का मक्का कहे जाने वाले लॉर्ड्स में होगा। वही लॉर्ड्स जहां भारत ने 1986 में पहली बार टेस्ट जीत हासिल की थी। उस मैच में दिलीप बेंगसरकर ने ऐसा रिकॉर्ड बनाया था जो 39 साल से अब तक नहीं टूटा है।
कपिल देव की अगुआई में भारतीय टीम 1986 में इंग्लैंड दौरे पर गई थी। दोनों टीमों के बीच 3 टेस्ट मैच की सीरीज होनी थी। भारतीय टीम के कप्तान थे महान ऑलराउंडर कपिल देव। पहला टेस्ट मैच ऐतिहासिक लॉर्ड्स मैदान में 5 जून से 10 जून के बीच खेला गया।
भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। इंग्लैंड ने पहली पारी में ग्राहम गूच के शानदार 114 और डेरेक प्रिंगल के 63 रनों की बदौलत 294 रन बनाए। भारत के लिए चेतन शर्मा ने पारी में 5 विकेट लिए।
भारत ने अपनी पहली पारी में 341 रन बनाए और इंग्लैंड पर 47 रन की महत्वपूर्ण लीड ले ली। दिलीप वेंगसरकर ने 126 रन की शानदार पारी खेली थी। यह लॉर्ड्स में वेंगसरकर का तीसरा शतक था। क्रिकेट का मक्का कहे जाने वाले मैदान में पहली बार किसी विदेशी खिलाड़ी ने तीसरा टेस्ट शतक ठोका था। 39 साल बाद आज वेंगसरकर का वो रिकॉर्ड नहीं टूटा है।
कप्तान कपिल देव और मनिंदर सिंह की घातक गेंदबाजी की बदौलत इंग्लैंड की दूसरी पारी 180 रन पर सिमट गई। दूसरी पारी में कपिल ने 4 और मनिंदर ने 3 विकेट झटके। रोजर बिन्नी, चेतन शर्मा और रवि शास्त्री ने 1-1 विकेट चटकाए।
भारत को जीत के लिए मैच की चौथी पारी में 134 रन बनाए थे। उसने 5 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। दिलीप वेंगसरकर भारत की दूसरी पारी में भी टीम के हाईएस्ट स्कोरर रहे। उन्होंने सबसे ज्यादा 33 रन बनाए। भारत ने 5 विकेट से ऐतिहासिक जीत दर्ज की। लॉर्ड्स में यह भारतीय टीम की पहली जीत थी। कपिल देव की अगुआई वाली टीम ने हेडिंग्ले में खेला गया दूसरा टेस्ट मैच भी 279 रन से जीता। एजबस्टन में खेला गया तीसरा टेस्ट ड्रॉ रहा। इस तरह भारत ने इंग्लैंड को उसी के घर में 2-0 से हराकर टेस्ट सीरीज अपने नाम की थी।