फाइनल में थर्ड अंपायर के फैसले पर आगबबूला हुए रजत पाटीदार, मैदान पर जमकर हुआ ड्रामा; बदलना पड़ा निर्णय
- मध्यप्रदेश के कप्तान रजत पाटीदार रविवार को सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के फाइनल में थर्ड अंपायर के फैसले पर नाराजगी जाहिर की और इसे दोबारा चेक करने के लिए कहा, जिसके बाद थर्ड अंपायर ने अपने गलत निर्णय पर माफी मांगी
मुंबई ने रविवार को मध्य प्रदेश को पांच विकेट से हराकर सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी जीत ली। मुंबई ने शुरुआती झटकों से उबरते हुए 175 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 17.5 ओवर में पांच विकेट पर 180 रन बनाकर जीत दर्ज की। मध्य प्रदेश ने थोड़ी मुश्किल पिच पर कप्तान रजत पाटीदार की नाबाद 81 रन की पारी की बदौलत 20 ओवर में आठ विकेट 174 रन का स्कोर खड़ा किया। फाइनल में मध्यप्रदेश की पारी के दौरान कप्तान रजत पाटीदार थर्ड अंपायर के एक फैसले से नाखुश दिखे और क्रीज से हटने से मना कर दिया।
मध्यप्रदेश की पारी की अंतिम गेंद पर रजत पाटीदार को देखते हुए शार्दुल ठाकुर ने ऑफ स्टंप के बाहर फुल गेंद डाली। रजत ऑफ स्टंप से बाहर चले गए थे लेकिन इसके बावजूद अंपायर ने इसे वाइड दिया। मुंबई ने ऑन फील्ड फैसले को थर्ड अंपायर के पास भेजा, जहां अंपायर ने इसे लीगल बॉल बता दी।
हालांकि मध्यप्रदेश के कप्तान अंपायर के इस फैसले से खुश नहीं थे और उन्होंने ऑन फील्ड अंपायर से देखने के लिए कहा कि गेंद कहां पिच हुई है। इसके बाद मध्य प्रदेश के कप्तान ने स्क्वायर लेग अंपायर से बात की और तीसरे अंपायर को अपना निर्णय दोबारा लेने के लिए बाध्य होना पड़ा। क्योंकि गेंद मार्कर के बाहर पिच हुई थी, इस वजह से रजत पाटीदार के अपने जगह से हटने के बाद भी उसे वाइड ही होना चाहिए।
तीसरे अम्पायर अनंथापद्मनाभन ने ऑन-एयर कहा, "बहुत खेद है, गेंद पॉपिंग क्रीज के बाहर पिच हुई थी। मैंने यह नहीं देखा।'' तीसरे अम्पायर अनंथापद्मनाभन ने ऑन-एयर कहा, "बहुत खेद है, गेंद पॉपिंग क्रीज के बाहर पिच हुई थी। मैंने यह नहीं देखा।'' फैसला बदलने पर मध्यप्रदेश को एक और गेंद मिली। मध्यप्रदेश के कप्तान रजत पाटीदार ने इस पर छक्का जड़ दिया। उन्होंने 40 गेंद में 6 छक्कों की मदद से 81 रन बनाए।