इंग्लैंड में आखिरी बार टेस्ट सीरीज कब जीता था भारत? 93 साल के इतिहास में सिर्फ 3 कप्तान ही कर पाए हैं ऐसा
राहुल द्रविड़ 2007 में इंग्लैंड की धरती पर टेस्ट सीरीज जीतने वाले तीसरे भारतीय कप्तान थे। भारत ने नॉटिंघम टेस्ट में जीत के साथ तीन मैचों की सीरीज 1-0 से जीती। लॉर्ड्स और ओवल टेस्ट ड्रॉ पर समाप्त हुआ था।

भारत के इंग्लैंड दौरे का आगाज 20 जून को लीड्स में खेले जाने वाले पहले टेस्ट से होने जा रहा है। इस टूर पर टीम इंडिया 5 मैच की सीरीज खेलेगी। शुभमन गिल की अगुवाई वाली यह टीम भारतीय टेस्ट का नया अध्याय लिखेगी क्योंकि विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे दिग्गज खिलाड़ी इस फॉर्मेट को अलविदा कह चुके हैं। ऐसे में गिल अगर इस युवा टीम के साथ सीरीज पर कब्जा जमाने में कामयाब रहते हैं तो यह भारतीय क्रिकेट के ऐतिहासिक पलों में से एक होगा। भारत ने इंग्लैंड में आखिरी टेस्ट सीरीज 18 साल पहले 2007 में जीती थी। वहीं टीम इंडिया 93 सालों में इंग्लैंड में सिर्फ तीन बार ही सीरीज जीतने में कामयाब रही है। आईए एक नजर उन कप्तानों की लिस्ट पर डालते हैं जिन्होंने यह कारनामा करके दिखाया है।
अजीत वाडेकर
अजीत वाडेकर इंग्लैंड में टेस्ट मैच और सीरीज जीतने वाले पहले भारतीय कप्तान थे। वाडेकर की अगुआई में भारत ने ओवल में तीसरा टेस्ट चार विकेट से जीतकर 1-0 से ऐतिहासिक सीरीज जीती थी। इससे पहले, लॉर्ड्स और मैनचेस्टर टेस्ट ड्रॉ पर समाप्त हुए थे।
कपिल देव
भारत के 1983 वर्ल्ड कप विजेता कप्तान कपिल देव 1986 में इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज जीतने वाले दूसरे और एक से अधिक मैच जीतने वाले पहले कप्तान थे। कपिल की अगुआई वाली भारतीय टीम ने लॉर्ड्स और हेडिंग्ली में जीत के साथ तीन मैचों की सीरीज 2-0 से जीती थी। यह इंग्लैंड की धरती पर किसी सीरीज में भारत की सबसे बड़ी जीत का अंतर भी है। कपिल ने इस सीरीज के अलावा इंग्लैंड में कभी भी टेस्ट मैच में भारत का नेतृत्व नहीं किया।
राहुल द्रविड़
राहुल द्रविड़ 2007 में इंग्लैंड की धरती पर टेस्ट सीरीज जीतने वाले तीसरे भारतीय कप्तान थे। भारत ने नॉटिंघम टेस्ट में जीत के साथ तीन मैचों की सीरीज 1-0 से जीती। लॉर्ड्स और ओवल टेस्ट ड्रॉ पर समाप्त हुआ था। भारत इसके बाद कभी इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज नहीं जीता।
2021-22 में विराट कोहली की अगुवाई में भारत के पास चौथी बार यह कारनामा करने का मौका था, टीम इंडिया जब सीरीज में 2-1 से आगे चल रही थी तब कोविड-19 के चलते सीरीज को स्थगित कर दिया गया। अगले साल जब सीरीज का आखिरी मैच हुआ तो इंग्लैंड ने वह मैच जीतकर सीरीज 2-2 से ड्रॉ की। अब शुभमन गिल के पास इन महान कप्तानों की लिस्ट में अपनी जगह बनाने का मौका है।