गुजरात में भारी बारिश से बिगड़े हालात, अबतक 18 की मौत; बोटाद में कार बह जाने से पांच लापता
विभिन्न जिलों में भारी बारिश को देखते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने सोमवार रात कहा था कि नागरिकों के जीवन और संपत्ति की रक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाने के लिए जिला कलेक्टरों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।

गुजरात में बीते दो दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है और वर्षाजन्य हादसों में अबतक 18 लोगों की जान चली गई है। प्रदेश के चार जिलों बोटाद, अमरेली, सुरेंद्रनगर और भावनगर जिलों में सबसे ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई है। खासकर बोटाद जिले में तो पिछले 24 घंटों में 7.5 इंच बरसात हुई है, जिसके बाद जलस्तर बढ़ने से वहां खंभाड़ा बांध के सभी गेट खोल दिए गए हैं, और निचले इलाकों में रहने वाले 40 लोगों को शेल्टर होम में भेजा गया है। बोटाद में बुधवार सुबह तक के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है, इसके अलावा उफनती नदी में कार बह जाने की वजह से यहां 5 लोग लापता भी हो गए। उधर तेजी से पानी बढ़ने की वजह से शत्रुंजय डैम के भी 59 गेट तीन फीट तक खोल दिए गए हैं। बिगड़े हालात वाली जगहों पर NDRF व SDRF की टीमें तैनात की गई हैं।
इस बारे में जानकारी देते हुए अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि भावनगर भी सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में से एक है। उन्होंने कहा कि राज्य के कई हिस्सों में अगले चार दिनों में और अधिक बारिश होने की संभावना है। अधिकारियों के अनुसार भारी बारिश के कारण निचले इलाकों में जलभराव हो गया है, जिसके चलते कुछ सड़कें और पुल बंद हो गए हैं।
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने राज्य में बारिश की स्थिति के संबंध में मंगलवार को गांधीनगर में राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (SEOC) में अधिकारियों के साथ बैठक की। राज्य आपदा आयुक्त आलोक पांडे ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा, 'बीते दो दिनों से गुजरात में जो ज्यादा बारिश हो रही थी, उसके लिए मुख्यमंत्री ने मंगलवार को एक महत्वपूर्ण बैठक की। जिसमें उन्होंने 25 जिलाअधिकारियों से बात करते हुए ऐसे कदम उठाने के लिए कहा जिससे जान-माल का नुकसान कम से कम हो।'
पांडे ने आगे कहा, 'तमाम जिलों में NDRF और SDRF की टीमों को तैनात किया गया है और इस तरह से तैनात किया गया है कि सभी जिलों में कम से कम एक टीम जरूर रहे। बोटाद, सुरेंद्रनगर, अमरेली और भावनगर इन चार जिलों में सबसे ज्यादा बरसात रिकॉर्ड की गई है। अबतक कुल 18 लोगों की जान जा चुकी है। जिसके बाद मुख्यमंत्री ने जिला कलेक्टरों को राज्य और केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार मृतकों का पोस्टमॉर्टम और अन्य औपचारिकताएँ पूरी करते हुए उनके परिजनों को अनुदान उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है।'
बोटाद में बारिश की वजह से रेड अलर्ट
बोटाद के हालात की जानकारी देते हुए जिला कलेक्टर जिंसी रॉय ने कहा, 'बरवाला तालुका के निचले इलाकों में रहने वाले 40 लोगों को एहतियात के तौर पर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है, क्योंकि पास का एक बांध ओवरफ्लो होने वाला था।' जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए बोटाद जिले के सभी सरकारी और निजी स्कूल बुधवार को बंद रहेंगे। यहां बुधवार सुबह तक के लिए रेड अलर्ट रहेगा।
9 में से दो को बचाया गया, दो शव मिले, 5 लापता
रॉय ने बताया कि भारी बारिश के कारण लाठीदाद गांव में एक कार उफनती नदी में बह गई, जिसके बाद कार में सवार पांच लोग लापता हो गए और उनका पता लगाने की कोशिशें जारी हैं। जिलाअधिकारी ने बताया, 'कार में कुल नौ यात्री सवार थे, जिनमें से दो को स्थानीय लोगों ने तुरंत बचा लिया, जबकि सात अन्य लापता हो गए । इनमें से भी दो यात्रियों के शव बरामद कर लिए गए हैं, जबकि पांच अन्य का पता लगाने की कोशिशें जारी हैं।'
आगे उन्होंने कहा, 'हमने राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) से बचाव कार्य में शामिल होने का अनुरोध किया है।' उनके अनुसार, जलभराव के कारण गढ़दा तालुका के एक गांव में कम से कम एक दर्जन लोग फंसे हुए हैं और उन्हें भी बचाने के प्रयास किए जा रहे हैं।'
सोमवार को सोशल मीडिया पर की एक पोस्ट में मुख्यमंत्री ने कहा था, 'आईएमडी के पूर्वानुमान के मद्देनजर, जरूरत पड़ने पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए कलेक्टरों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं, कलेक्टरों को यह भी कहा गया है कि वे नागरिकों को भारी बारिश के दौरान नदियों और नालों को पार न करने का निर्देश दें।'
बोटाद, भावनगर, अमरेली में अत्यधिक भारी बारिश
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा कि पिछले 24 घंटों में बोटाद, भावनगर और अमरेली जिलों में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा हुई, जबकि सुरेंद्रनगर, राजकोट, मोरबी, अहमदाबाद, आनंद, भरूच और सूरत जैसे अन्य जिलों में बहुत भारी से भारी बारिश हुई। आईएमडी की तरफ से दी गई जानकारी में कहा गया है कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून उत्तरी अरब सागर और गुजरात के कुछ और हिस्सों में आगे बढ़ गया है और आने वाले दिनों में "गुजरात क्षेत्र और पड़ोस पर कम दबाव वाले क्षेत्र और संबंधित ऊपरी हवा के चक्रवाती परिसंचरण" के कारण और ज्यादा बारिश होने की संभावना है।
अगले चार दिन इन 10 जिलों के लिए बेहद भारी
मौसम विभाग ने अगले चार दिनों के दौरान दाहोद, वलसाड, पोरबंदर, जूनागढ़, भावनगर, गिर सोमनाथ, सूरत, नवसारी, भरूच और डांग सहित गुजरात के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका जताई है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (SEOC) द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, बोटाद जिले के बरवाला तालुका में मंगलवार शाम 6:00 बजे तक पिछले 12 घंटों के दौरान 178 मिमी बारिश हुई, जो गुजरात में सबसे ज्यादा है। इसके बाद सुरेंद्रनगर के सायला तालुका में 160 मिमी, बोटाद तालुका में 138 मिमी, सुरेंद्रनगर के मुली तालुका में 135 मिमी, सुरेंद्रनगर के थानगढ़ तालुका में 121 थानगढ़ मिमी, भावनगर के उमराला तालुका में 121 मिमी, भावनगर के वल्लभीपुर तालुका में 115 मिमी और जामनगर के जोडिया तालुका में 111 मिमी बारिश हुई।
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