नहीं सुधरा पाकिस्तान, शहबाज शरीफ ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाया सिंधु समझौते का मुद्दा
शरीफ ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे में जब ग्लेशियरों के संरक्षण पर तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे, तब उन्होंने भारत-पाकिस्तान द्विपक्षीय सिंधु जल संधि (आईडब्ल्यूटी) का मुद्दा उठाया।

भारत से ‘पिटने’ के बाद भी पाकिस्तान सुधरने का नाम नहीं ले रहा है। उसने सिंधु समझौते को रद्द किए जाने का मुद्दा अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाया है। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान भारत को संकीर्ण राजनीतिक लाभ के लिए सिंधु जल संधि को स्थगित रखकर लाखों लोगों का जीवन खतरे में नहीं डालने देगा। शरीफ ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे में जब ग्लेशियरों के संरक्षण पर तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे, तब उन्होंने भारत-पाकिस्तान द्विपक्षीय सिंधु जल संधि (आईडब्ल्यूटी) का मुद्दा उठाया।
'डॉन' समाचार पत्र ने शरीफ के हवाले से बताया, "सिंधु बेसिन के पानी के बंटवारे से संबंधित सिंधु जल संधि को स्थगित रखने का भारत का एकतरफा और अवैध फैसला बेहद खेदजनक है।" प्रधानमंत्री शरीफ ने सम्मेलन में कहा, "संकीर्ण राजनीतिक लाभ के लिए लाखों लोगों की जान को खतरे में डालने नहीं दिया चाहिए और पाकिस्तान ऐसा नहीं होने देगा। हम कभी लक्ष्मण रेखा को नहीं लांघने देंगे।" इस सम्मेलन में 80 संयुक्त राष्ट्र सदस्य देशों और 70 अंतरराष्ट्रीय संगठनों के 2,500 से अधिक प्रतिनिधि शामिल हुए। भारत ने पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकवादी हमले के बाद सिंधु जल संधि को स्थगित करने की घोषणा की थी। दोनों देशों ने बीच जल विवाद को सुलझाने और सिंधु बेसिन की छह मुख्य नदियों के पानी के बंटवारे के लिए 1960 में सिंधु जल संधि पर हस्ताक्षर किए गए थे।
परमाणु बम की गीदड़भभकी से नहीं डरेगा भारत: प्रधानमंत्री मोदी
वहीं, दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पाकिस्तान को सख्त संदेश देते हुए शुक्रवार को कहा कि 'ऑपरेशन सिंदूर' अभी खत्म नहीं हुआ है और अब हर आतंकवादी हमले का करारा जवाब देने का इरादा कर चुका भारत परमाणु बम की 'गीदड़ भभकी' से डरने वाला नहीं है। प्रधानमंत्री ने कानपुर में 47 हजार करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करने के बाद अपने संबोधन में पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा, ''मैं फिर कहना चाहता हूं कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जो दुश्मन गिड़गिड़ा रहा था, वह किसी धोखे में ना रहे.... ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है।'' उन्होंने कहा, ''भारत ने आतंक के खिलाफ अपनी लड़ाई में तीन सूत्र स्पष्ट रूप से तय किए हैं। पहला, भारत हर आतंकवादी हमले का करारा जवाब देगा। उसका समय, जवाब देने का तरीका और जवाब देने की शर्तें हमारी सेनाएं खुद तय करेंगी। दूसरा, भारत अब परमाणु बम की गीदड़ भभकी से नहीं डरेगा। और न ही उसके आधार पर कोई फैसला लेगा...और तीसरा, आतंक के आका तथा आतंक की सरपरस्त सरकार को भारत एक ही नजर से दिखेगा।
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