लंबे समय से चुप बैठा रूस भी बोला, बताया इजरायल और ईरान मुद्दे पर क्या चाहता है
Israel and Iran Conflict: रूस दशकों से मध्य पूर्व के मामले में संतुलन वाला रवैया अपना रहा है। वह ईरान के साथ मजबूत आर्थिक और सैन्य संबंध विकसित करने के साथ इजरायल से भी मधुर रिश्ता रखने की कोशिश कर रहा है।

ईरान और इजरायल के बीच जारी संघर्ष पर अब रूस ने भी प्रतिक्रिया दे दी है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने संकेत दिए हैं कि वह मिडिल ईस्ट के इन दोनों देशों के बीच शांति समझौता करा सकते हैं। उन्होंने कहा है कि इस मुद्दे का शांतिपूर्ण तरीके से हल निकाला जा सकता है। खास बात है कि इस मुद्दे पर अब तक रूस बेहद सतर्क रवैया अपना रहा था।
अंतरराष्ट्रीय न्यूज एजेंसियों के पत्रकारों के साथ चर्चा में पुतिन ने कहा, 'यह बहुत ही नाजुक मुद्दा है।' लेकिन उन्होंने आगे कहा, 'मेरे विचार में एक समाधान निकाला जा सकता है।' मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्होंने यह भी कहा है कि ईरान के साथ संघर्ष बढ़ने के बीच वह लगातार अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इजरायल के साथ संपर्क में बने हुए हैं।
पुतिन ने कहा है कि उन्होंने ईरान, इजरायल और अमेरिका के साथ मॉस्को का प्रस्ताव साझा किया है। उन्होंने कहा, 'हम किसी पर भी कुछ थोप नहीं रहे हैं। हम सिर्फ इस बारे में बात कर रहे हैं कि कैसे इन हालात से बाहर निकला जाए, लेकिन फैसला इन देशों और खासतौर से इजरायल और ईरान के राजनीतिक नेतृत्व को लेना है।'
रूस दशकों से मध्य पूर्व के मामले में संतुलन वाला रवैया अपना रहा है। वह ईरान के साथ मजबूत आर्थिक और सैन्य संबंध विकसित करने के साथ इजरायल से भी मधुर रिश्ता रखने की कोशिश कर रहा है।
रूस और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने बुधवार को इजराइल और ईरान के बीच संघर्ष को तत्काल समाप्त करने तथा तेहरान के परमाणु मुद्दे को सुलझाने के लिए राजनीतिक एवं कूटनीतिक प्रयासों को तेज करने का आह्वान किया। क्रेमलिन के मुताबिक, पुतिन ने यूएई के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाह्यान के साथ टेलीफोन पर बातचीत के दौरान इस मुद्दे पर चर्चा की।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।