जमशेदपुर में आतंक का साया! शहर में 18 स्लीपर सेल; सुरक्षा एजेंसियों को एक बड़ी आशंका
जमशेदपुर में स्पेशल ब्रांच द्वारा इन सभी की पहचान कर विस्तृत रिपोर्ट जिला पुलिस को सौंपी गई है। इसके आधार पर पुलिस इन संदिग्धों की गतिविधियों का सत्यापन कर रही है। पुलिस इनके मोबाइल की निगरानी, सोशल मीडिया पर उनकी गतिविधियां और उनके संपर्क सूत्रों की लगातार जांच कर रही है।

पहलगाम आतंकी हमले के बाद देशभर में सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड में हैं। खुफिया इनपुट के आधार पर जमशेदपुर में 18 स्लीपर सेल के होने की आशंका जताई गई है। ये बिष्टूपुर, आजादनगर, मानगो और कदमा में रह रहे हैं। स्पेशल ब्रांच द्वारा इन सभी की पहचान कर विस्तृत रिपोर्ट जिला पुलिस को सौंपी गई है। इसके आधार पर पुलिस इन संदिग्धों की गतिविधियों का सत्यापन कर रही है। पुलिस इनके मोबाइल की निगरानी, सोशल मीडिया पर उनकी गतिविधियां और उनके संपर्क सूत्रों की लगातार जांच कर रही है। इन 18 में से कुछ ऐसे भी हैं, जिनका संबंध पूर्व में आतंकी संगठनों से रहा है। जांच एजेंसियां यह भी पता लगाने में जुटी हैं कि कहीं इनका किसी सक्रिय आतंकी मॉड्यूल से वर्तमान में भी संपर्क तो नहीं है। संदिग्धों में से बिष्टूपुर में 2, आजादनगर में 12, मानगो में 3 और कदमा में 1 का ठिकाना है। इनमें से दो देश के बाहर हैं।
क्या होता है स्लीपर सेल
स्लीपर सेल गुप्त समूह होता है, जिसमें प्रशिक्षित जासूस शामिल होते हैं, जो किसी क्षेत्र में सामान्य नागरिकों की तरह रहते हैं और निष्क्रिय रहते हैं। ये तबतक सक्रिय नहीं होते जबतक उन्हें कार्रवाई करने को नहीं कहा जाता।
इस मामले पर जानकारी देते हुए जमशेदपुर के सिटी एसपी कुमार शिवाशीष ने बताया कि स्पेशल ब्रांच ने 18 संदिग्ध आतंकियों की सूची पुलिस को सत्यापन के लिए सौंपी है। सभी का सत्यापन कर लिया गया है। सभी की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। किसी तरह की संदिग्ध हरकत सामने आने पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी।
10 साल में 5 संदिग्ध आतंकी हो चुके हैं यहां से गिरफ्तार
शहर में पिछले 10 साल में कुल 6 संदिग्ध आतंकी गिरफ्तार हो चुके हैं। इनमें जनवरी 2016 में बिष्टूपुर से संदिग्ध आतंकी अहमद मसूद अकरम शेख को गिरफ्तार किया गया था। साथ ही पुलिस ने मानगो जाकिरनगर के रहने वाले नसीम अख्तर उर्फ राजू को आतंकी संगठन को आर्म्स की आपूर्ति के आरोप में पकड़ा था। हालांकि कोर्ट ने साक्ष्य के अभाव में नसीम को बरी कर दिया था। जनवरी 2016 में ही पुलिस ने मोहम्मद सामी को हरियाणा से और 16 सितंबर 2017 को टाटानगर स्टेशन से मौलाना कलीमुद्दीन को गिरफ्तार किया था। हालांकि बाद में कोर्ट ने दोनों को साक्ष्य के आभाव में बरी कर दिया था। साल 2020 में पुलिस ने संदिग्ध आतंकी अब्दुल माजिद कुट्टी को मानगो से गिरफ्तार किया गया था।