Major Approval for Kiriburu and Meghahatuburu Iron Ore Mines - Stage-2 Forest Clearance Granted सेल की किरीबुरु व मेघाहातुबुरु खदानों को 247 हेक्टेयर का स्टेज-2 फॉरेस्ट क्लियरेंस, Chaibasa Hindi News - Hindustan
Hindi NewsJharkhand NewsChaibasa NewsMajor Approval for Kiriburu and Meghahatuburu Iron Ore Mines - Stage-2 Forest Clearance Granted

सेल की किरीबुरु व मेघाहातुबुरु खदानों को 247 हेक्टेयर का स्टेज-2 फॉरेस्ट क्लियरेंस

सेल किरीबुरु और मेघाहातुबुरु लौह अयस्क खदानों को 247 हेक्टेयर भूभाग के लिए स्टेज-2 फॉरेस्ट क्लियरेंस मिल गया है। यह अनुमति खनन गतिविधियों को फिर से शुरू करने का रास्ता खोलती है, जिससे स्टील संयंत्रों...

Newswrap हिन्दुस्तान, चाईबासाMon, 9 June 2025 04:37 AM
share Share
Follow Us on
सेल की किरीबुरु व मेघाहातुबुरु खदानों को 247 हेक्टेयर का स्टेज-2 फॉरेस्ट क्लियरेंस

गुवा, संवाददाता। सेल किरीबुरु और मेघाहातुबुरु लौह अयस्क खदानों के लिए अब तक की सबसे बड़ी खुशखबरी सामने आई है। वर्षों की प्रतीक्षा के बाद किरीबुरु स्थित साउथ ब्लॉक और मेघाहातुबुरु के सेंट्रल ब्लॉक खदान क्षेत्र के कुल 247 हेक्टेयर पहाड़ी भूभाग को स्टेज-2 फॉरेस्ट क्लियरेंस मिल गया है। इस निर्णय के साथ ही दोनों खदानों में नए क्षेत्र में खनन गतिविधियों का रास्ता साफ हो गया है। अब सेल प्रबंधन राज्य सरकार और वन विभाग द्वारा निर्धारित सभी दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए इन पहाड़ियों पर लौह अयस्क की खुदाई शुरू कर सकेगा। 247 हेक्टेयर स्टेज-2 फॉरेस्ट क्लियरेंस मिलने की पुष्टि सारंडा के डीएफओ अविरुप सिन्हा ने भी किया है।

पिछले कई महीनों से किरीबुरु और मेघाहातुबुरु खदान प्रबंधन इस अनुमति के लिए लगातार प्रयासरत था। यदि यह मंजूरी नहीं मिलती, तो दोनों खदानों से लौह अयस्क उत्पादन किसी भी समय ठप हो सकता था। विशेषकर मेघाहातुबुरु खदान की स्थिति अत्यंत गंभीर हो चुकी थी। यहां खनन योग्य उच्च गुणवत्ता वाले अयस्क का भंडार लगभग समाप्त हो चुका था, और खदान प्रबंधन को मजबूरन इधर-उधर से लो ग्रेड अयस्क निकालकर स्टील प्लांटों को भेजना पड़ रहा था। सेल के बोकारो, राउरकेला समेत कई स्टील संयंत्रों की कच्चे माल की आपूर्ति इन्हीं दो खदानों से होती है। इन खदानों के ठप पड़ने की स्थिति में न केवल उत्पादन बाधित होता, बल्कि संयंत्रों की कार्यक्षमता और निरंतरता पर भी संकट आ सकता था। अब खदान प्रबंधन अगले दो दशकों तक निर्बाध रूप से खनन कर सकेगा।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।