रिखिया में अवैध बालू लोड ट्रैक्टर ने पुलिस को कुचलने की कोशिश
देवघर के रिखिया थाना क्षेत्र में अवैध बालू लोड कर जा रहे ट्रैक्टर चालक ने पुलिस को कुचलने का प्रयास किया। चालक ने चेकिंग के दौरान पुलिस की गाड़ी में टक्कर मारी और फरार हो गया। इस घटना ने बालू माफियाओं...

देवघर, प्रतिनिधि। रिखिया थाना क्षेत्र अंतर्गत पिपरा मोड़ के पास शनिवार देर रात को एक बड़ी घटना होते-होते टल गई, जब अवैध रूप से बालू लोड कर जा रहे एक ट्रैक्टर चालक ने पुलिस की रोकने की कोशिश के दौरान वाहन से पुलिस टीम को कुचलने का प्रयास किया। ट्रैक्टर ने पुलिस की सरकारी गाड़ी को टक्कर मारी और मौके से फरार हो गया। घटना में कोई पुलिसकर्मी घायल नहीं हुआ, लेकिन पुलिस वाहन क्षतिग्रस्त हो गया है। इस घटना ने एक बार फिर इलाके में सक्रिय बालू माफियाओं की मनमानी और प्रशासन की चुनौती को उजागर कर दिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, रिखिया थाना क्षेत्र के पिपरा मोड़ के पास बिना चालान के अवैध बालू लोड ट्रैक्टर के गुजरने की सूचना पुलिस को गुप्त माध्यम से मिली थी।
सूचना के सत्यापन के लिए वरीय पुलिस पदाधिकारी के निर्देश पर चार सदस्यीय पुलिस टीम गठित की गई। टीम मौके पर पहुंचकर चेकिंग अभियान चला रही थी। इसी दौरान एक बालू लोड ट्रैक्टर को रुकने का इशारा किया गया। लेकिन चालक ने रफ्तार बढ़ाते हुए लापरवाही से वाहन चलाया और पुलिस की टीम को रौंदने की कोशिश की। ट्रैक्टर ने चेकिंग कर रही पुलिस की गाड़ी में जोरदार टक्कर मारी और तेजी से भाग निकला। इस हमले में टीम में शामिल एएसआई दिलीप कुमार यादव और अन्य पुलिसकर्मी बाल-बाल बच गए। ट्रैक्टर की टक्कर से पुलिस वाहन क्षतिग्रस्त हो गया है, लेकिन किसी को गंभीर चोट नहीं आई। घटना की जानकारी एएसआई ने तुरंत थाना प्रभारी को दी। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे और घटनास्थल की बारीकी से जांच की। बाद में ट्रैक्टर को जब्त कर लिया गया, हालांकि चालक फरार होने में सफल रहा। जब्त किए गए ट्रैक्टर पर न तो किसी प्रकार का नंबर प्लेट था और न ही उसके इंजन पर पंजीकरण संख्या अंकित थी। अब पुलिस इंजन और चेसिस नंबर के आधार पर वाहन मालिक की पहचान करने की कोशिश में जुटी है। थाना प्रभारी ने इस पूरे मामले की जानकारी जिला खनन पदाधिकारी सुभाष रविदास को दी है। डीटीओ को भी वाहन के स्वामित्व की जानकारी एकत्र करने के लिए निर्देशित किया गया है। सूत्रों की मानें तो रिखिया थाना क्षेत्र चांदन नदी से सटा हुआ है, जो झारखंड-बिहार सीमा से लगता है। इसी नदी से प्रतिदिन चोरी-छिपे बालू का अवैध उत्खनन कर ट्रैक्टरों के माध्यम से परिवहन किया जाता है। इस अवैध कारोबार में स्थानीय ट्रैक्टर मालिक, चालक और अन्य लोग संलिप्त हैं। गौरतलब है कि लगभग 45 दिन पहले इसी क्षेत्र में एक पुलिस-पब्लिक जनसभा का आयोजन किया गया था, जिसमें संथाल परगना के तत्कालीन आईजी क्रांति कुमार, डीआईजी अजीत पीटर डुंगडुंग और सिविल एसडीओ रवि कुमार सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे। उस समय स्थानीय लोगों ने खुलेआम अवैध बालू खनन की शिकायत अधिकारियों से की थी। जनसुनवाई में आईजी व एसडीओ ने स्पष्ट रूप से चेतावनी दी थी कि बालू की अवैध ढुलाई पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने उपस्थित ट्रैक्टर मालिकों और चालकों को निर्देश दिया था कि बिना चालान के कोई भी गाड़ी नदी घाट से बालू नहीं ले जा सकती। साथ ही, घाट पर एक अतिरिक्त व्यक्ति नियुक्त करने की बात कही गई थी, जो हर वाहन का चालान काटेगा। इसके बावजूद पुलिस पर हमले की यह घटना प्रशासन की व्यवस्था और निर्देशों की अनदेखी का जीता-जागता उदाहरण है। फिलहाल पुलिस फरार ट्रैक्टर चालक और मालिक की तलाश में जुटी है, और पूरे मामले की गहन जांच की जा रही है।
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