पत्थलगड़ी हमारी परंपरा और संवैधानिक अधिकारों का प्रतीक है: चैतु उरांव
गुमला जिले के लोहड़ी गांव में पत्थलगड़ी वर्षगांठ एवं जतरा समारोह धूमधाम से मनाया गया। कांग्रेस के चैतु उरांव ने धरती मां की पूजा की और पेसा कानून के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने आदिवासियों के अधिकारों...

गुमला संवाददाता जिले के बसिया प्रखंड स्थित लोहड़ी गांव में शुक्रवार को पारंपरिक पत्थलगड़ी वर्षगांठ सह जतरा समारोह बड़े धूमधाम और श्रद्धा के साथ मनाया गया। गुमला जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चैतु उरांव ने कार्यक्रम में पहुंच कर धरती मां की पूजा-अर्चना की और क्षेत्र,राज्य के सुख, शांति एवं सद्भाव की कामना की। समारोह में उपस्थित ग्रामवासियों को बधाई देते हुए चैतु उरांव ने कहा कि पत्थलगड़ी हमारी परंपरा,संस्कृति और संवैधानिक अधिकारों का प्रतीक है। यह न सिर्फ पेसा कानून के तहत ग्राम सभा के अधिकारों का दस्तावेज है,बल्कि आदिवासियों की अस्मिता और स्वशासन की पहचान भी है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में झारखंड में गठबंधन सरकार आदिवासी और मूलवासी समुदाय की भावना के अनुरूप पेसा एक्ट को प्रभावी ढंग से लागू करने को लेकर प्रतिबद्ध है।
कांग्रेस पार्टी द्वारा पेसा कानून का ड्राफ्ट तैयार किया जा रहा है और जनता से सुझाव व आपत्तियां आमंत्रित की जा रही हैं। आने वाले एक सप्ताह में जिले में इस विषय पर कार्यशाला आयोजित की जाएगी। उन्होने यह भी कहा कि झारखंड में तैयार किया जा रहा पेसा कानून देश के लिए एक मॉडल बनेगा। इसमें संविधान की पांचवीं अनुसूची,वन अधिकार कानून और भूमि अधिग्रहण जैसे विषयों को समाहित किया जाएगा ताकि आदिवासियों के पारंपरिक अधिकारों की रक्षा हो सके। मौके पर जिला सचिव तरुण गोप,तारा मुन्नी उरांव, सरोजनी उरांव, राजू पहान, पुन्नी उरांव सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
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