सिसई के कुदरा में धर्मांतरण का विरोध, ग्रामीणों ने की घर वापसी की पहल
सिसई प्रखंड के कुदरा गांव में आठ परिवारों के ईसाई धर्म अपनाने पर ग्रामीणों में रोष देखा गया। सैकड़ों ग्रामीण एकजुट होकर धर्मांतरण का विरोध करने के लिए जुटे और इन परिवारों की घर वापसी के लिए बैठक की।...

सिसई, प्रतिनिधि। सिसई प्रखंड के कुदरा गांव में धर्मांतरण के मामले को लेकर ग्रामीणों में गहरा रोष देखने को मिला। गांव के आठ परिवारों द्वारा अपने पारंपरिक सरना धर्म को छोड़कर ईसाई धर्म अपनाने की जानकारी मिलने पर ग्रामीणों ने विरोध दर्ज कराया। मंगलवार को गांव में सैकड़ों ग्रामीण एकजुट होकर धर्मांतरण के विरोध में जुटे और इन परिवारों की घर वापसी कराने के लिए बैठक की।बैठक में हिंदू जागरण मंच झारखंड के प्रदेश परावर्तन प्रमुख संजय वर्मा, विश्व हिंदू परिषद-बजरंग दल के प्रखंड अध्यक्ष पंकज साहू, रोहित शर्मा, मुकेश डेविड,उदय कुशवाहा, छोटेलाल ताम्रकार, सौरभ ताम्रकार, महली समाज के जिलाध्यक्ष सुमित महली सहित अनेक समाजिक कार्यकर्ता व स्थानीय ग्रामीण शामिल हुए।
गांव वालों ने बताया कि कुदरा गांव पारंपरिक रूप से हिंदू सरना धर्म का पालन करता आया है। ऐसी मान्यता है कि गांव की सीमाओं में किसी अन्य धर्म के अनुयायियों का निवास स्वीकार्य नहीं है। ग्रामीणों के अनुसार धर्म परिवर्तन करने वाले परिवार उरांव,महली व लोहरा समुदाय से हैं। जो मिशनरी प्रचारकों के संपर्क में आकर धर्मांतरण कर चुके हैं और अपने घरों में प्रार्थना सभा का आयोजन कर रहे हैं। बैठक में ग्रामीणों और हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों ने भटके हुए परिवारों को समझा-बुझाकर पुनः सरना धर्म में वापसी कराने का प्रयास किया। इस मौके पर श्यामा नारायण सिंह,अरुण नारायण सिंह, बदरी नारायण सिंह, सुरेश उरांव, विष्णु लोहरा सहित सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित रहे। ग्रामीणों ने प्रशासन से भी मामले में संज्ञान लेने और मिशनरियों की गतिविधियों की जांच की मांग की है।
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