Giridih Municipality Launches Modern Drainage Project to Save Usri River from Pollution आधुनिक ड्रेनेज से रोका जाएगा उसरी नदी में गिरनेवाला दूषित पानी, Gridih Hindi News - Hindustan
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आधुनिक ड्रेनेज से रोका जाएगा उसरी नदी में गिरनेवाला दूषित पानी

गिरिडीह की नगर निगम ने उसरी नदी को दूषित होने से बचाने के लिए आधुनिक ड्रेनेज प्रोजेक्ट शुरू किया है। यह प्रोजेक्ट बन्खंजो रोड से झरियागादी तक 05 किलोमीटर लंबी ड्रेनेज बनाएगा। दूषित पानी को एसटीपी में...

Newswrap हिन्दुस्तान, गिरडीहThu, 29 May 2025 03:56 AM
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आधुनिक ड्रेनेज से रोका जाएगा उसरी नदी में गिरनेवाला दूषित पानी

शाहिद इमाम गिरिडीह। गिरिडीह की जीवनदायिनी उसरी नदी को दूषित होने से बचाने और शहर को जलनिकासी जैसी गंभीर परेशानियों से निजात दिलाने के लिए नगर निगम आधुनिक ड्रेनेज प्रोजेक्ट लेकर आ रही है। प्रोजेक्ट के जरिए शहर के बन्खंजो रोड पेसरागढ़ा से लेकर झरियागादी तक उसरी नदी के किनारे तक करीब 05 किलोमीटर लंबी ड्रेनेज बनाएगी। जिसके बाद दूषित पानी को झरियागादी में ही रोक दिया जाएगा, जहां पर एसटीपी (सिवरेज ट्रीटमेंट प्लांट) निर्माण कर इसी दूषित पानी को शुद्ध कर वापस उसरी नदी को भेज दिया जाएगा। निगम की इस अहम प्रोजेक्ट पर नोएडा की मेसर्स जोडार्ट कंसल्टेंट्स काम कर रही है।

इस प्रोजेक्ट को लाने में झारखंड के नगर विकास व आवास मंत्री सह सदर विधायक सुदिव्य कुमार सोनू है। उनके पहल से शहर को जल निकासी से बड़ी राहत मिलनेवाली है। छह करोड़ ड्रेन प्रोजेक्ट के लिए स्वीकृत: प्रोजेक्ट पर त्वरित काम करने के लिए नोएडा की सर्वे टीम स्थल विजिट भी कर चुकी है। टीम सर्वेयर आकिब अली के नेतृत्व में गिरिडीह आई थी। स्थल विजिट करने के बाद अब टीम प्रोजेक्ट की डिजाइन और ड्राइंग पर काम कर रही है। फिलहाज ड्रेन प्रोजेक्ट को सरकार की स्वीकृति मिल चुकी है। प्रोजेक्ट पर राशि कितनी खर्च होगी। यह अभी कहना जल्दबाजी होगी, लेकिन इसके लिए छह करोड़ की राशि की स्वीकृति सरकार ने दे दी है। ड्रेन से जुड़ेगा नाले और नालियां: शहर के सभी नाला और नाली इस प्रोजेक्ट से जुड़ जाएंगे। अभी नाले और नालियों का दूषित पानी सीधे उसरी नदी में गिर रहा है। प्रोजेक्ट पर काम पूर्ण होने के बाद नाले और नालियों का दूषित पानी उसरी नदी में नहीं गिरकर ड्रेन में आएगा, जो अंदर ही अंदर झरियागादी तक पहुंचेगा। जहां दूषित पानी को एसटीपी से शुद्ध कर वापस उसरी नदी छोड़ा जाएगा। निगम की यह योजना पर्यावरण और उसरी नदी को बचाने की भी है। प्रोजेक्ट को पूरा करने में लेंगे मदद: ड्रेन प्रोजेक्ट को अमलीजामा पहनाना निगम के लिए चुनौती बन गई है, चूंकि जिस सर्वे भूमि से ड्रेन दौड़ेगी, उसके कई स्थानों पर अतिक्रमण है। जिसको मुक्त कराना और प्रोजेक्ट को पूरा करना निगम के लिए बड़ी चुनौती है। हालांकि विभागीय सूत्र का कहना है कि ड्रेन प्रोजेक्ट के लिए भूमि चयन कर ली गई है। अधिकांश भूमि खाली है। कुछ स्थानों पर अतिक्रमण है तो जिला प्रशासन से सहयोग लेकर प्रोजेक्ट को हर कीमत पर पूरा किया जाएगा। कहा कि अगस्त महीने में प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो जाएगा। वहीं उपनगर प्रशासक प्रशांत कुमार लायक बताया कि नोएडा की सर्वे टीम आई थी। पेसरागढ़ा से झरियागादी तक लंबा ड्रेन का निर्माण होगा। शहर के दूषित पानी को ड्रेन से झरियागादी तक पहुंचाया जाएगा। जहां एसटीपी से दूषित पानी को शुद्ध करने की योजना है। इस प्रोजेक्ट पर सरकार की स्वीकृति मिल चुकी है।

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