साध्वी विशिष्ट मति माता जी का भव्य हुआ मंगल प्रवेश
मधुबन में जैन अनुयायियों का आस्था का केंद्र सम्मेदशिखर पर साधु-साध्वियों का आगमन जारी है। बीसपंथी कोठी में साध्वी विशिष्ट मति माता जी का भव्य मंगल प्रवेश हुआ, जहां श्रद्धालुओं ने रंगोली बनाकर उनका...

पीरटांड़, प्रतिनिधि। जैन अनुआइयों का आस्था का केंद्र सम्मेदशिखर पारसनाथ की धरती मधुबन में साधु-साध्वियों का लगातार आगमन हो रहा है। सोमवार को बीसपंथी कोठी में साध्वी विशिष्ट मति माता जी का भव्य मंगल प्रवेश हुआ। इस दौरान श्रद्धालुओं द्वारा साध्वी का जगह जगह स्वागत किया गया। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह रंगोली बनाकर व पद प्रक्षालन कर अगवानी की गई। इस दौरान कई धार्मिक अनुष्ठान का भी आयोजन किया गया। सनद रहे कि जैन धर्म के चौबीस में से बीस तीर्थंकरों की निर्वाणभूमि सिद्धक्षेत्र सम्मेदशिखर जी में वर्षाकालीन चातुर्मास को लेकर साधु साध्वियों का आगमन शुरू हो गया है। आगामी चातुर्मास को लेकर श्रद्धालुओं द्वारा श्रीफल भेंटकर अनुनय विनय किया जा रहा है।
आगामी वर्षाकालीन चातुर्मास को लेकर सोमवार को आर्यिका विशुद्ध मति माता जी की शिष्या गणनी आर्यिका विशिष्ट मति माता जी का मधुबन में भव्य मंगल प्रवेश हुआ है। साध्वी विशिष्ट मति माता जी के मंगल प्रवेश में भारी संख्या में श्रद्धालुओं का जुटान हुआ। श्रद्धालुओं द्वारा गाजे बाजे के साथ मधुबन स्थित तमिलनाडु भवन से अगवानी की गई। साध्वी के चरण वंदन व जगह जगह रंगोली बनाकर स्वागत किया गया। गगनभेदी जयकारे के साथ साध्वी जी मधुबन में विभिन्न जिन मंदिरों का दर्शन वंदन करते हुए बीसपंथी पहुंची। बीसपंथी कोठी मुख्य द्वार पर श्रद्धालुओं द्वारा परिक्रमा कर व नमन वंदन कर मंगल प्रवेश का आग्रह किया। इस दौरान कई धार्मिक विधियां भी पूरी की गई। साध्वी जी बीसपंथी कोठी मंदिर में दर्शन वंदन के बाद पूजा विधान किया गया। इस दौरान श्रद्धालुओं ने साध्वी को नमन वंदन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। साध्वी विशिष्ट मति माता अन्य साधनारत साधु संतों के साथ मधुबन स्थित बीसपंथी कोठी में चार महीने लगातार रहकर चातुर्मास मनाएंगे। इस दौरान कई धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन किया जायेगा। इधर, मधुबन स्थित गुणायतन में विश्व भर में सभी तरह के जीवों की शांति के लिए णमोकार महामंत्र का जाप व शांति मंत्र का पाठ किया गया। श्री जी का पूजन अभिषेक व कई धार्मिक विधियां पूरी की गई। गुणायतन में साधनारत संत शिरोमणि आचार्य विद्यासागर जी महाराज के परम प्रभावक शिष्य समय सागर जी महाराज के आज्ञानुवर्ती मुनि समता सागर जी महाराज, मुनि पवित्र सागर जी महाराज, मुनि पूज्य सागर जी महाराज, मुनि अतुल सागर जी महाराज समेत 52 साधु साध्वियों को श्रीफल भेंटकर चातुर्मास के लिए आग्रह किया गया। इस दौरान साधु संतों के अलावा भारी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे। चित्र परिचय: 09जीआरडी 61 व 62 सोमवार को मधुबन के बीस पंथी में मंगल प्रवेश करते साध्वियों का जत्था।
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