पटमदा : किसानों में सरकारी धान के बीज में रुचि नहीं
पटमदा एवं बोड़ाम प्रखंड के किसानों ने पिछले दस दिनों से धान की खेती के लिए बीजारोपण शुरू कर दिया है। हालाँकि, वे सरकारी लैंपस के अनुदानित बीजों में रुचि नहीं दिखा रहे हैं और अपने पसंद के बीज खुले...

पटमदा एवं बोड़ाम प्रखंड के किसानों ने बीते करीब दस दिनों से धान की खेती के लिए मौसम को अनुकूल मानते हुए बीजारोपण शुरू कर दिया है। पहले हुई बेमौसम बारिश और उसके बाद तेज धूप से नर्सरी के लिए खेतों की जुताई का उपयुक्त समय मिल गया है। इसी बीच किसानों ने बिचड़ा खेतों में बीज डालना शुरू कर दिया है। हालांकि, किसानों को राज्य सरकार द्वारा लैंपस के माध्यम से अनुदानित दर पर दिए जा रहे धान के बीजों में खास रुचि नहीं दिख रही है। वे अपनी पसंद के बीज खुले बाजार से ऊंची कीमतों पर खरीद रहे हैं।
जानकारी के अनुसार पटमदा, बांगुड़दा, बोड़ाम एवं गोबरघुसी लैंपस के लिए चार दिन पूर्व स्वर्ण एमटीयू 7029 किस्म के 100 क्विंटल बीज प्राप्त हुए थे, लेकिन अबतक केवल 4 क्विंटल की ही बिक्री हो सकी है। जबकि पिछले वर्षों में इसी अवधि में 150 क्विंटल तक की खरीदारी हो जाती थी। इस संबंध में पटमदा लैंपस के सदस्य सचिव रामपद महतो ने बताया कि आईआर 64 किस्म के 100 क्विंटल बीज का ऑर्डर पहले ही दिया जा चुका है, लेकिन अब तक उसकी आपूर्ति नहीं हुई है। उधर, पटमदा क्षेत्र की विभिन्न खाद-बीज दुकानों में सुबह से ही किसानों की भीड़ देखी जा रही है। किसान सरकारी बीजों की बजाय पान जमुना 804, एनपी 7075, कावेरी 468, अराइज 6555 व 6585, पायनियर 27 पी 37 समेत अन्य किस्मों के बीज खरीदकर नर्सरी के लिए खेतों में बिचड़ा डाल रहे हैं। किसान खुले बाजार की किस्मों को अधिक उत्पादक और उनके अनुकूल मानते हैं, यही वजह है कि सरकारी बीजों की बिक्री अपेक्षा से काफी कम रही है।
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