Monsoon Begins in Palamu Health Risks Rise Due to Waterlogging and Infections जलजनित बीमारी से बचाव स्वास्थ्य विभाग तैयार, रसायनों का छिड़काव अभी शेष, Palamu Hindi News - Hindustan
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जलजनित बीमारी से बचाव स्वास्थ्य विभाग तैयार, रसायनों का छिड़काव अभी शेष

पलामू जिले में मानसून की बारिश शुरू हो गई है, लेकिन सार्वजनिक स्थानों की सफाई और जलजमाव की समस्या का समाधान अधूरा है। गंदे पानी के सेवन से जलजनित बीमारियों का प्रकोप बढ़ने की आशंका है। अस्पतालों में...

Newswrap हिन्दुस्तान, पलामूWed, 18 June 2025 12:17 AM
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जलजनित बीमारी से बचाव स्वास्थ्य विभाग तैयार, रसायनों का छिड़काव अभी शेष

मेदिनीनगर, प्रतिनिधि। पलामू जिले में मानसून की बारिश शुरू हो गई है। परंतु विभिन्न सार्वजनिक स्थानों की सफाई, कचरे के ढेर का ससमय उठाव, जलजमाव की समस्या का समाधान की दिशा में पहल अधूरा है। विभिन्न रसायन का छिड़काव अबतक जिले के किसी हिस्से में नहीं हो सका है। मानसून के प्रारंभ में जलजमाव, गंदे पानी को पीने आदि से जलजनित बीमारियों का प्रकोप बढ़ जाता है। पलामू में भी बड़ी संख्या में लोग इन्फेक्शन, वायरल बुखार, टाइफाइड बुखार, पेट खराब होने, डायरिया की चपेट में आने से परेशान होते हैं। मानसूनी बारिश शुरू होने के साथ अस्पताल में मरीजों की संख्या में भी अत्यधिक वृद्धि देखी जाती है।

गांव सहित शहरों में भी सार्वजनिक स्थलों पर जलजमाव बढ़ जाता है। जलजमाव बढ़ने से कीड़े अपना डेरा जमा लेते है। इससे आसपास में बीमारियां बढ़ने लगती है। मानसून की बारिश के साथ ही प्रत्येक अस्पताल में मरीजों की संख्या में 15 से 20 फीसदी तक वृद्धि देखी जाती है। जलजनित बीमारी से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग तैयारी कर ली है। सीएचसी, पीएचसी सहित मेदिनीनगर के एमआरएमसीएच भी तैयारी कर ली गई है। मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ डीके झा ने बताया कि गंदे पानी का नियमित सेवन और संक्रमण से बड़ी संख्या में लोग बीमार पड़ते है। ऐसे में लोगों को कमसेकम बरसात के मौसम में पानी को उबालकर पीना चाहिए। उन्होंने बताया कि खानपान में अनियिमितता से भी इस मौसम में परेशानी बढ़ जाती है। इस मौसम में सभी खाद्य पदार्थों में कीड़े बढ़ जाते है। इसलिए बेहतर परीक्षण के बाद ही खरीदकर उसका सेवन करे। जंक फूड बिल्कुल नहीं खाना चाहिए। शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ अनिल कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि मॉनसून के शुरुआती दौर में उमस और इन्फेक्शन के करना बड़ी संख्या में बच्ची बीमार पड़ते है। बच्चों के शरीर में फोड़ा फुंसी के साथ दस्त, खुजली, पेचिश के मामले भी बढ़ जाते हैं। उनकी पाचन क्रियाएं भी प्रभावित होती है। पलामू के सिविल सर्जन डॉ अनिल कुमार सिंह ने बताया कि सीएचसी, पीएचसी सहित सभी स्वास्थ्य उपकेंद्र में मरीजों के लिए सभी सुविधाएं मौजूद है। सभी केंद्रों पर दवाएं सहित अन्य सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। सुविधाओं के साथ साथ सभी केंद्रों को तैयारियों को बेहतर करने के लिए आवंटन भी दिया गया है ताकि वे अपने केंद्र की व्यवस्था को सुदृढ़ कर सके।

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