ट्रेन में डॉक्टर कर रही थी मरीज की जांच, रेलवे ने दे दिया सिग्नल
टाटानगर रेलवे में साउथ बिहार एक्सप्रेस की अचानक रवाना होने से एक महिला डॉक्टर और पारा मेडिकल कर्मचारी मरीज की जांच में फंस गए। डॉक्टर ने सिग्नल एवं परिचालन कर्मचारियों से संपर्क किया, लेकिन ट्रेन डेढ़...

टाटानगर रेलवे में ट्रेन परिचालन में लापरवाही बरतने का नया मामला सामने आया है। आरा-दुर्ग साउथ बिहार एक्सप्रेस में एक यात्री की तबीयत रविवार को बिगड़ गई थी। इससे ऑन ड्यूटी कर्मचारियों ने रेलवे अस्पताल से डॉक्टर को स्टेशन बुलाया था। महिला डॉ. डी टोप्नो अभी कोच में मरीज की जांच कर रही थीं कि ट्रेन को सिग्नल दे दिया गया। इससे डॉक्टर और पारा मेडिकल कर्मचारियों समेत एक स्टेशन मास्टर कोच में थे। अचानक ट्रेन रवाना होने से मरीज की जांच में जुटी डॉक्टर व स्टेशन मास्टर परेशान हो गए। तत्काल फोन से सिग्नल एवं परिचालन कर्मचारियों से संपर्क किया गया।
डॉक्टर या स्टेशन मास्टर ने ट्रेन में चेन पुलिंग भी नहीं की। इससे ट्रेन जुगसलाई पहुंच गई। इधर, डॉक्टर एवं पारा मेडिकल कर्मचारियों के रहते साउथ बिहार एक्सप्रेस के खुलकर डेढ़ किमी से ज्यादा दूर तय करने की सूचना चक्रधरपुर मंडल रेल मुख्यालय पहुंच गई। साउथ बिहार की घटना से रेलवे ट्रेन सेफ्टी पर सवाल उठ रहे हैं। वहीं, सिग्नल एवं परिचालन ड्यूटी रेलकर्मियों में हड़कंच है। रेलकर्मियों को कारण बताओ नोटिस टाटानगर के एआरएम अभिषेक सिंघल ने बताया कि साउथ बिहार एक्सप्रेस के अचानक रवाना होने की जांच हो रही है। मुख्यालय से ऑन ड्यूटी रेलकर्मियों के खिलाफ कारण बताओ नोटिस भी जारी हुआ है। इससे जांच में दोषी पाये जाने पर कार्रवाई होगी। इधर, रेलवे डॉक्टर ने अचानक ट्रेन खुलने पर परिचालन सिस्टम के प्रति नाराजगी जताई। जानकार बताते हैं कि जुगसलाई में ट्रेन रुकने पर डॉक्टर सहायक के साथ पैदल अस्पताल पहुंचीं।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।