सीनियर बेसिक स्कूल चित्तरंजन में13 शिक्षक और 01 क्लर्क कार्यरत,पर छात्र की उपस्थिति शून्य
मिहिजाम,प्रतिनिधि। सीआरएमसी/एनएफआईआर एवं आईटीएफ से संबद्ध यूनियन नेता इंद्रजीत सिंह ने पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री आसनसोल मेयर और जिला स्कूल

सीनियर बेसिक स्कूल चित्तरंजन में13 शिक्षक और 01 क्लर्क कार्यरत,पर छात्र की उपस्थिति शून्य मिहिजाम,प्रतिनिधि।
सीआरएमसी/एनएफआईआर एवं आईटीएफ से संबद्ध यूनियन नेता इंद्रजीत सिंह ने पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री आसनसोल मेयर और जिला स्कूल निरीक्षक को पत्र लिखकर कहा कि सीनियर बेसिक स्कूल, चित्तरंजन में कुल 13 शिक्षक और 01 क्लर्क कार्यरत हैं। लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि इस स्कूल में एक भी छात्र नहीं पढ़ते हैं। छात्रों की अनुपस्थिति के बावजूद, ये सभी शिक्षक और क्लर्क नियमित रूप से स्कूल आते हैं, अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हैं, और किसी भी बच्चे को पढ़ाए बिना घर लौट जाते हैं। इससे भी अधिक आश्चर्य की बात यह है कि इस स्कूल में अभी भी बच्चों के लिए मध्याह्न भोजन और अन्य सरकारी कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। छात्रों की अनुपस्थिति में महत्वपूर्ण प्रश्न यह उठता है कि मध्याह्न भोजन का उपभोग कौन कर रहा है। इन योजनाओं के लिए आवंटित धनराशि कहां खर्च की जा रही है। ये सब जांच का विषय है। उन्होंने कहा कि निष्क्रिय शिक्षकों को शिक्षण स्टाफ की भारी कमी वाले स्कूलों में स्थानांतरित किया जाए तथा शिक्षण कर्तव्यों का पालन किए बिना स्टाफ द्वारा ली गई राशि की वसूली की जाए। सरकारी धन और योजनाओं के दुरुपयोग में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे। उन्होने पश्चिम बंगाल में लगभग 26,000 स्कूल शिक्षकों को नौकरी से निकालने की घटना को अमानवीय और दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। इससे विभिन्न स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी हो गई है। जिससे बच्चों की शिक्षा बुरी तरह प्रभावित हो रही है और सरकारी स्कूलों का सामान्य कामकाज बाधित हो रहा है।
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