डीएवी कोडरमा में मनाया गया अंतरराष्ट्रीय बालश्रम निषेध दिवस
डीएवी स्कूल झुमरी तिलैया में अंतरराष्ट्रीय बालश्रम निषेध दिवस पर कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। छात्रों ने बाल श्रम के दुष्प्रभावों पर अपने विचार साझा किए। प्राचार्य कृष्ण कुमार सिंह ने बाल श्रम निषेध...

कोडरमा हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। डीएवी स्कूल झुमरी तिलैया में अंतराष्ट्रीय बालश्रम निषेध दिवस पर गुरुवार को विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इसमें छात्रों ने अपने विचार प्रस्तुत किये। सर्वप्रथम कक्षा दसवीं के छात्र आर्यन और कुंदन ने अपने भाषण के द्वारा बताया कि बालश्रम बच्चों के शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास को नुकसान पहुंचाते हैं। कक्षा नवमी की छात्रा वैष्णवी और अतिथि ने भी बताया कि बाल श्रम से बच्चों का बचपन छिन जाता है। उनके मानसिक और शारीरिक विकास पर भारी प्रभाव पड़ता है। हमें बाल श्रम रोकने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए और जागरूक रहने के साथ-साथ जागरूकता भी फैलानी चाहिए।
इस अवसर पर पोस्टर निर्माण भी करवाया गया। इसमें विद्यालय की छात्रा माधवी, ममता, इशिका और अतिथि ने पोस्टर निर्माण के द्वारा दिखलाया कि बालश्रम बच्चों के विकास को किस प्रकार प्रभावित करता है, उनकी दुखद स्थिति और समाज पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव को भी उन्होंने चित्रित किया। इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य कृष्ण कुमार सिंह ने कहा कि बाल श्रम निषेध एक ऐसा नियम है जो 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को किसी भी काम में लगाने से रोकता है। यह कानून बच्चों के स्वास्थ्य, शिक्षा और विकास की रक्षा के लिए बनाया गया है। यह कानून सुनिश्चित करता है कि बच्चे अपनी शिक्षा और विकास के लिए समय निकाल सकें। उन्होंने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जयदेव आचार्य, सुजीत कुमार राणा, बलराम मिश्रा और चांदनी दुबे की सराहना की।
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