बाल श्रमिक नियोजित करने वाले नहीं बख्शे जाएंगे : डीसी
कोडरमा में नए डीसी ऋतुराज की अध्यक्षता में बाल श्रमिक उन्मूलन के लिए टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की गई। डीसी ने बाल श्रमिकों को मुक्त करने और उनके पुनर्वास की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि 14...

कोडरमा। जिले के नए डीसी ऋतुराज की अध्यक्षता में बाल श्रमिक उन्मूलन को लेकर गुरुवार को जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक की गयी। बैठक में डीसी ने होटल, गैराज, दुकान एवं प्रतिष्ठानों का औचक निरीक्षण कर वहां कार्यरत बाल श्रमिकों को मुक्त कराते हुए उन्हें पुनर्वासित करने का निर्देश दिया। इसने कहा कि बाल श्रम करने वालों को खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। डीसी ने कहा कि बाल श्रम यानी 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों से कार्य कराने वाले नियोजकों के विरूद्ध बाल श्रम अधिनियम के तहत दण्ड का प्रावधान है। इसमें 20,000 से 50,000 रुपये तक का आर्थिक दंड अथवा 06 माह से दो वर्ष तक सश्रम कारावास अथवा दोनों का प्रावधान है।
उन्होंने कहा कि बाल श्रम से विमुक्त होने वाले बच्चे-बच्चियों का पुनर्वास अत्यन्त आवश्यक है, ताकि वह पुनः इस दलदल में न फंस जाय। इस वजह से सरकार द्वारा इनके लिए पुनर्वास का प्रावधान किया गया है। सर्वप्रथम विमुक्त बच्चों का नामांकन आवासीय विद्यालय में किया जाना है साथ ही उनके परिवार को आवास, पेंशन एवं मनरेगा आदि सरकारी योजनाओं से जोड़ा जाना है। डीसी ने लगातार निरीक्षण कर कोडरमा जिले को बाल श्रम से विमुक्त करने हेतु सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिया। बैठक में एसपी अनुदीप सिंह समेत कई अधिकारी मौजूद थे।
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