बोले रांची : चापानल खराब, पाइपलाइन बिछी, आज तक सप्लाई नहीं
कोकर बाजार क्षेत्र में लोगों को पानी, बिजली और सफाई की गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। नगर निगम की लापरवाही के कारण यहां कचरे का अंबार, जर्जर सड़कें और नालियों की सफाई का अभाव है। लोग बरसात...

रांची, संवाददाता। कोकर बाजार क्षेत्र निगम के वार्ड 10 के अंतर्गत आता है, जहां की आबादी 5 हजार से अधिक है। हिन्दुस्तान के बोले रांची कार्यक्रम में लोगों ने यहां की समस्याएं बताईं। कहा कि यहां न पीने का पानी है, न साफ-सफाई, न बिजली और न सुरक्षा। कुआं सूख गया या गंदा है। सरकारी चापानल खराब पड़े हैं। हर घर नल योजना की पाइपलाइन बिछाकर कागजों पर पानी की सप्लाई की जा रही है। शिकायत करने के बाद भी न चापानल बने और न सप्लाई शुरू हुई। शहर के बीच में स्थित इतनी बड़ी आबादी को पीने का पानी नहीं मिल रहा है।
लोग परेशान हैं। नगर निगम के वार्ड 10 में आता है। लेकिन, यहां के हालात किसी ग्रामीण और उपेक्षित इलाके जैसे हैं। हिन्दुस्तान के बोले रांची कार्यक्रम में स्थानीय लोगों ने कहा कि गंदगी, सड़क, नाली, बिजली जैसी परेशानियों ने आम लोगों का जीवन मुश्किल बना दिया है। इस क्षेत्र में जतरा तांड़, अखड़ा कोचा, तिरिल बस्ती जैसी कई मोहल्ले हैं, जहां कचरा प्रबंधन में लापरवाही बरती जा रही है। स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां नियमित रूप से कचरा उठाव नहीं होता है। मोहल्ले की गलियों, सड़कों और नालियों के किनारे कचरे का ढेर लगा रहता है। इससे ना केवल गंदगी फैली रहती है, बल्कि लोगों को आवाजाही में भी कठिनाई होती है। कचरे के ढेर पर प्लास्टिक, सब्जियों के अवशेष, सड़ी-गली चीजें रहती हैं, जो कई बीमारियों को आमंत्रित करता है। लोगों का कहना है कि निगम कि गाड़ियां तो आती हैं, लेकिन केवल फोटो खींचाकर चली जाती है। वहीं, कुछ लोगों का कहना है कि वे केवल कबाड़ी में बेचने वाले सामान का उठाव करते हैं। बारिश में बढ़ जाती है परेशानी : बारिश में और भी भयावह स्थिति हो जाती है। बारिश के पानी के साथ सड़कों पर फैला कचरा बहकर नालियों में चला जाता है, जिससे जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। गंदा पानी घरों में घुसने लगता है और बदबू से रहना मुश्किल हो जाता है। स्थानीय निवासी बताते हैं कि बरसात में स्वास्थ्य के लिहाज से यह क्षेत्र हाई रिस्क जोन बन जाता है। मच्छरों और मक्खियों की भरमार के कारण डेंगू, मलेरिया, टाइफाइड और त्वचा संबंधी बीमारियों का खतरा हमेशा बना रहता है। नगर निगम की ओर से क्षेत्र में फॉगिंग नहीं की जाती है। स्थानीय निवासी निगम के रवैये से नाराज हैं। कोकर बाजार में पानी की भारी किल्लत: कोकर बाजार क्षेत्र में पेयजल की स्थिति बेहद दयनीय है। नगर निगम के वार्ड 10 में आने के बावजूद यहां के लोग बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं। हर घर नल जल योजना के तहत पाइपलाइन तो बिछा दी गई है, लेकिन आज तक एक बूंद पानी आपूर्ति नहीं की गई। पाइप केवल दिखावे के लिए है। जबकि, धरातल पर योजना पूरी तरह विफल साबित हो रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि निगम की ओर से अब तक एक बार भी पानी का टैंकर नहीं भेजा गया। तीन महीने पहले निगम की ओर से क्षेत्र में बोरिंग के मोटर खराब होने के बाद से अब तक उसकी मरम्मत नहीं कराई गई है। गर्मी और लू के मौसम में पानी की जरूरत और बढ़ गई है, लेकिन कोई राहत नहीं मिल रही। लोग आस-पड़ोस की बोरिंग, हैंडपंप या निजी टैंकरों के जरिए किसी तरह पानी का इंतजाम कर रहे हैं। कई बार महिलाओं और बच्चों को दूर-दराज से पानी लाना पड़ता है। निकाय चुनाव नहीं होने से लोग नाराज: काेकर बाजार क्षेत्र के लोगों ने निगम चुनाव नहीं होने पर नाराजगी जताई है। लोगों का कहना है कि निगम में जनप्रतिनिधि रहने से लोगों की कई तरह की परेशानियों का समाधान जल्द होता है। वर्तमान में कोई प्रतिनिधि नहीं रहने से निगम की ओर से किसी भी मामले में कार्यवाही नहीं होती है। सफाई का तो बदतर हाल है। यहां के लोग नरकीय जीवन जीने काे मजबूर हैं। बुनियादी सुविधा के नाम पर पानी भी उपलब्ध नहीं है। बारिश में कीचड़ और पानी से भर जाती हैं जर्जर अप्रोच सड़कें कोकर बाजार क्षेत्र से जुड़ने वाली अधिकांश अप्रोच सड़कें जर्जर हो चुकी हैं। गड्ढों से भरी सड़कों पर चलना किसी चुनौती से कम नहीं है। बारिश के दिनों में ये गड्ढे कीचड़ और पानी से भर जाते हैं, जिससे राहगीरों और वाहन चालकों को भारी कठिनाई होती है। कई बार हादसे हो चुके हैं। स्थानीय लोगों ने कई बार नगर निगम से इसकी मरम्मत की मांग की है, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। सरकारी स्कूल के पास चारों ओर फैला है नाली का पानी कोकर बाजार क्षेत्र में नाली निर्माण अधूरा पड़ा हुआ है। कई जगहों पर नालियां बिना ढक्कन के खुली हुईं हैं। सबसे चिंताजनक स्थिति क्षेत्र के सरकारी स्कूल के पास है, जहां से नाली का गंदा पानी खुले में बहता है। यह न सिर्फ छात्रों के स्वास्थ्य के लिए खतरा है, बल्कि शिक्षा के माहौल को भी प्रभावित कर रहा है। स्थानीय लोग बताते हैं कि नालियों की सफाई महीनों तक नहीं होती, जिससे जलजमाव और गंदगी बढ़ जाती है। सार्वजनिक शौचालय और जल प्याऊ की नहीं है सुविधा कोकर बाजार क्षेत्र में एक हजार से अधिक लोेग प्रतिदिन आते हैं। लेकिन, यहां बुनियादी सुविधाओं की घोर कमी है। खासकर सार्वजनिक शौचालय और जल प्याऊ की अनुपलब्धता से राहगीरों, खासकर महिलाओं को भारी परेशानी होती है। गर्मी के दिनों में पीने के पानी की अत्यधिक आवश्यकता होती है, लेकिन जल प्याऊ की कोई व्यवस्था नहीं है। एक शौचालय है, जिसकी स्थिति खराब है। क्षेत्र का निरीक्षण करें अफसर कोकर बाजार के स्कूलों के पास गंदगी फैली रहती है। आसपास के मोहल्लों में सफाई नहीं होती और नाली का गंदा पानी खुले में बहता है। कोकर बाजार के लोग कचरा से काफी परेशान हैं। आने-जाने में काफी बदबू करता है। इस गंदगी में बच्चे बीमार पड़ रहे हैं। इलाके में ट्रांसफार्मर की स्थिति काफी खराब है। क्षमता से अधिक लोड होने के कारण बिजली प्रभावित रहती है। -अर्जुन यादव कोकर क्षेत्र में हर समस्या की जड़ प्रशासन की उदासीनता है। न पीने का पानी, न साफ-सफाई, न बिजली और न सुरक्षा। यह क्षेत्र पूरी तरह उपेक्षित है। प्रशासन को चाहिए कि वह वार्ड 10 के हालात का स्थलीय निरीक्षण करे और अविलंब समाधान के लिए ठोस कदम उठाए। यहां के लोग बुनियादी सुविधाएं से वंचित है। प्रशासन को जल्द पहल करने की जरूरत है। -संजय राय कोकर बाजार क्षेत्र में बिजली व्यवस्था चरमराई बरसात में जलजमाव इतना बढ़ जाता है कि घरों में गंदा पानी घुस जाता है। नालियों की सफाई महीनों से नहीं हुई है। निगम ध्यान दे। -मनोज प्रसाद निकाय चुनाव नहीं होने से कोई जनप्रतिनिधि नहीं हैं। लोगों की समस्याएं अनसुनी रह जाती हैं। जल्द निगम चुनाव कराए जाएं। -सतीश दास नगर निगम की लापरवाही का सबसे बड़ा प्रमाण अधूरी नाली व्यवस्था है। नालियों का गंदा पानी सड़कों और अन्य जगह पर फैल जाता है। -जितेंद्र तिवारी कोकर बाजार की सड़कें जर्जर हैं, यहां पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। यह क्षेत्र अब बीमारियों का घर बन चुका है। निगम ध्यान दे। -सुनील टोप्पो कुआं और सरकारी चापानल दोनों ही खराब हैं। हर घर नल योजना की पाइपलाइन बिछाकर सिर्फ कागजी काम पूरा किया गया है। -अरुण राम कोकर क्षेत्र में बिजली व्यवस्था चरमराई हुई है। यहां ओवरलोडिंग है, बिजली के तार जर्जर हो चुके हैं। स्मार्ट मीटर से बिल बहुत बढ़ गया है। -कृष्णा कुमार सोनी समस्याएं 1. कोकर बाजार क्षेत्र में कचरों का अंबार, निगम की गाड़ियां आती हैं, लेकिन कचरे का उठाव नहीं 2. इलाके में नाली की साफ-सफाई नहीं होती, सरकारी स्कूल के सामने बह रहीं नालियां 3. जर्जर सड़क दुर्घटना को दे रही न्योता, अप्रोच सड़कों की स्थिति भी दयनीय 4. बिजली की तार जर्जर, ट्रांसफार्मर खराब, लोकल फॉल्ट से हर दिन परेशान 5. कोकर बाजार क्षेत्र में बुनियादी सुविधाओं की कमी, यहां स्ट्रीट लाइट भी नहीं जलती सुझाव 1. नगर निगम नियमित रूप से कोकर बाजार क्षेत्र से कचरे का उठाव करे 2. निगम नलियों का साफ-सफाई कराए और पानी निकासी की व्यवस्था करे 3. जर्जर सड़कों की मरम्मत कराई जाए, बिजली के पोल लगाए जाएं 4. बिजली विभाग खराब तारों को बदले, इलाके में नए ट्रांसफार्मर लगाए जाएं 5. सार्वजनिक शैचालय और प्याऊ की व्यवस्था हो, निगम सप्लाई पानी क्षेत्र में बहाल करे
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