योग की प्रैक्टिस करनी है तो जान लें किन योगासन से करें शुरुआत, बेली फैट होगा कम
Yoga Poses For Beginners To Reduce Belly Fat: महिलाओं के लिए योग की शुरुआत करना कई बार मुश्किल होता है। ऐसे में ये 8 योगासन आपकी मदद कर सकते हैं। बेली फैट घटाने और पेल्विक मसल्स को स्ट्रांग बनाने के लिए जान लें कौन से 8 योग आसन करें।

शरीर के साथ मन को शांत और हेल्दी रखने के लिए योग एक अच्छा साधन है। योग ना केवल बॉडी को फिट बनाता है बल्कि फ्लैक्सिबल भी बनाता है। ऐसे में जो बिगिनर्स हैं और जिन्हें नहीं पता कि कौन से योग की मदद से शुरुआत करनी चाहिए। खासतौर पर महिलाएं जिन्हें अपने पेट को कम करने के साथ ही पेल्विक मसल्स को स्ट्रांग बनाने की जरूरत होती है। लेकिन शरीर भारी होने की वजह से शरीर में फ्लैक्सिबिलिटी नहीं होती। उनके लिए यहां सॉल्यूशन मिल जाएगा। शिल्पा शेट्टी के यूट्यूब वीडियो को देखकर आप जान सकते हैं कि किन योगासन के साथ योग की प्रैक्टिस करनी चाहिए। जिससे बेली फैट घटाना और शरीर को फ्लैक्सिबल बनाया जा सकता है।
शवासन
पीठ के बल लेटकर जिन आसनों को शुरू करना चाहिए उसमे पहले नंबर है पर है शवासन। इसे करने के लिए बस आपको योगा मैट पर लेटकर शरीर को बिल्कुल रिलैक्स करना होता है और आराम से सांस लेना होता है।
अर्ध हलासन
अर्ध हलासन करने के लिए बस शवासन करने के बाद दोनों पैरों को एक दूसरे में सटाएं और एक पैर को पहले पूरा ऊपर तक उठाएं। जब तक कि 90 डिग्री का कोण ना बन जाए। उसके बाद दूसरे पैर को भी इसी तरह से ऊपर की ओर उठाएं। ये आसन पैर की मसल्स को मजबूत बनाने में मदद करता है। दो मिनट तक रिलैक्स करें और शवासन की मुद्रा में रहें।
उत्तानपादासन
अर्ध हलासन को करने के बाद जब बॉडी रिलैक्स हो जाए तो उसके बाद उत्तानपादासनक करना चाहिए। इस आसन को करने के लिए बिल्कुल आराम से लेटकर दोनों पैरों को आपस में सटाएं और दोनों हाथों को बगल में रखें। फिर दोनों पैरों को साथ में ऊपर की तरफ उठाकर पहले 30 डिग्री पर रोककर पांच सांस लें फिर 60 डिग्री पर रोककर पांच सांस लें और फिर 90 डिग्री का एंगल बनाएं। सांस को लेते रहें और छोड़ें।
पवनमुक्तासन
उत्तानपादासन के बाद पवनमुक्तासन करें। इसे करने के लिए धीरे से एक पैर को उठाएं और पूरे घुटने को मोड़ते हुए छाती तक सटाएं। इसी तरह से दूसरे पैर के साथ भी करें। फिर दोनों पैरों को साथ में मोड़कर छाती तक सटाएं। इस काम के लिए हाथों की मदद लें और घुटनों को पकड़ते हुए पैरों को छाती से सटाएं। फिर आराम की मुद्रा में आएं और कुछ देर शवासन की मुद्रा में आराम करें।
सेतुबद्धासन
पवनमुक्तासन करने के बाद सेतुबद्धासन करें। इसे करने के लिए दोनों पैरों को घुटने के पास से मोड़कर हाथों से एंकल को पकड़ें। फिर कमर और हिप्स को ऊपर की तरफ उठाएं। पांच तक सांस लें और फिर कमर को नीचे कर के पैरों को खोल दें। इस आसन को करने के बाद दस सांस तक आराम करें।
कटिवक्रासन
ब्रिज पोज यानी सेतुबद्धासन को करने के बाद कटिवक्रासन को करें। इस आसन को करने के लिए दोनों पैरों को सटाएं और दोनों हाथों को खोल दें। फिर एक पैर को घुटने से मोड़कर कमर से एक तरफ मुड़ें। इसी तरह से दूसरी तरफ भी मुड़ें। जिसमे कमर के ऊपर का हिस्सा बिल्कुल जमीन पर सीधा रहे और नीचे की तरफ का हिस्सा करवट हो जाए। पांच सांस लें और फिर सामान्य मुद्रा में आ जाएं।
नौकासन
इस आसन को करने के बाद नौकासन करें। बोट पोज करने के लिए बिल्कुल सीधा लेट जाएं और फिर दोनों पैरों को ऊपर की तरफ करीब तीस डिग्री उठाएं। साथ ही दोनों हाथों को भी उठाते हुए पैर की तरफ बढ़ाए हुए कमर को मोड़ें।
कटिचक्रासन
नौकासन के बाद कटिचक्रासन करें। कटिचक्रासन करने के लिए दोनों पैरों को जमीन पर टिकाते हुए और साथ में हाथों को कंधे के पास से जमीन पर टिकाएं और शरीर को पूरा ऊपर की तरफ उठा लें। इस दौरान पैर के पंजे पर शरीर का भार रहे।
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