MP में झमाझम बारिश का दौर, इतने जिलों के लिए ओरेंज व येलो अलर्ट जारी, आंधी-तूफान के साथ होगी बारिश
एक ट्रफ दक्षिण-पूर्व राजस्थान से उत्तर मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, पश्चिम बंगाल से होते हुए पश्चिम बंगाल बांग्लादेश तटों से दूर उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर गंभीर अवदाब के केंद्र तक माध्य समुद्र तल से 0.9 किमी की ऊंचाई पर सक्रिय है।

मध्य प्रदेश में बीते दिनों हुई बारिश के बाद अब उमस की वजह से लोग परेशान हो रहे हैं। हालांकि तापमान तो सामान्य से कम ही है, लेकिन इसके बाद भी उमस की वजह से परेशानी बनी हुई है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि फिलहाल एक हफ्ते तक ऐसी ही उमस बनी रह सकती है। हालांकि बीते दिन यानी गुरुवार को भी प्रदेश के कई इलाकों में हल्की बारिश दर्ज की गई। पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के बड़वानी, खरगौन, खंडवा, बुरहानपुर, हरदा, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला और बालाघाट समेत प्रदेश के कई जिलों में अलग-अलग स्थानों पर हल्की बारिश दर्ज की गई। जिससे इन जिलों का मौसम बेहद खुशनुमा हो गया।
बीते दिन प्रदेश में सबसे अधिक तापमान 41.6 डिग्री सेल्सियस खजुराहो (छतरपुर)/ग्वालियर/गुना में दर्ज किा गया तथा सबसे कम न्यूनतम तापमान 20.6 डिग्री सेल्सियस खरगौन/पचमढ़ी (नर्मदापुरम) में दर्ज किया गया।
मौसम विभाग ने शुक्रवार के लिए प्रदेश के भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी और मैहर जिलों में कहीं-कहीं, जबकि बालाघाट और पांढुर्णा जिलों में कुछ स्थानों पर बारिश या गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने का अनुमान लगाया है।
अगले चार दिनों के लिए मौसम विभाग ने जारी किया ओरेंज व येलो अलर्ट
30 मई के लिए अलर्ट- मौसम विभाग ने शुक्रवार को मुरैना, ग्वालियर, भिंड, दतिया, शिवपुरी, अशोकनगर, विदिशा, राजगढ़, शाजापुर, देवास, सीहोर, हरदा, भोपाल, सागर, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, दमोह, पन्ना, कटनी, जबलपुर, रीवा, मैहर, उमरिया, डिंडोरी, मउगंज, सीधी, सिंगरौली, शहडोल के लिए बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। जबकि नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला और बालाघाट के लिए बारिश का ओरेंज अलर्ट जारी किया है। इस दौरान इन जिलों में आंधी-तूफान और बिजली कड़कने के साथ बारिश होने की संभावना है। साथ ही यहां 50 से 60 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं भी चल सकती हैं।
31 मई के लिए अलर्ट- मुरैना, ग्वालियर, भिंड, दतिया, शिवपुरी, अशोकनगर, विदिशा, राजगढ़, भोपाल, सीहोर, रायसेन, नर्मदापुरम, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, अनूपपुर, मउगंज, सीधी, सिंगरौली, रतलाम, उज्जैन, झाबुआ, अलीराजपुर और धार के लिए बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान इन जिलों में आंधी-तूफान और बिजली कड़कने के साथ बारिश होगी। साथ ही 40 से 50 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है।
1 जून के लिए अलर्ट- मौसम विभाग ने प्रदेश के मुरैना, भिंड, ग्वालियर, श्योपुर, शिवपुरी, दतिया, गुना, अशोकनगर, विदिशा, भोपाल, शाजापुर, उज्जैन, रतलाम, नीमच, झाबुआ, अलीराजपुर, धार, इंदौर, बड़वानी, सागर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, जबलपुर, कटनी, पन्ना, छतरपुर, दमोह, बालाघाट, मंडला, उमरिया और अनूपपुर के लिए बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान यहां आंधी-तूफान और बिजली चमकने के साथ बारिश होने और 40 से 50 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है।
2 जून के लिए अलर्ट- मौसम विभाग ने सोमवार के लिए नीमच, मंदसौर, रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर, धार, बड़वानी, आगर-मालवा, राजगढ़, शाजापुर, देवास, मुरैना, भिंड, ग्वालियर, श्योपुर, शिवपुरी, दतिया, गुना, अशोकनगर, विदिशा, भोपाल, सीहोर, सागर, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, पांढुर्णा, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, दमोह, छतरपुर, पन्ना, सतना, रीवा, मउगंज, सीधी, सिंगरौली, मैहर, कटनी, जबलपुर, मंडला, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, सिवनी, बालाघाट जिलों के लिए बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान इन जिलों में आंधी-तूफान और बिजली गिरने के साथ बारिश होने की संभावना है।
सिनोप्टिक मौसमी परिस्थितियां
मॉनसून की उत्तरी सीमा मुंबई, अहिल्यानगर, आदिलाबाद, भवानीपटना, पुरी, सैंडहेड, द्वीप, बालुरघाट से होकर गुजर रही है। ऊपरी हवा का चक्रवातीय परिसंचरण पश्चिमी राजस्थान के ऊपर माध्य समुद्र तल से 3.1 किमी की ऊंचाई पर सक्रिय है। ऊपरी हवा का चक्रवातीय परिसंचरण मध्य उत्तर प्रदेश के उत्तरी भागों के ऊपर माध्य समुद्र तल से 0.9 किमी की ऊंचाई पर सक्रिय है। ऊपरी हवा का चक्रवातीय परिसंचरण उत्तर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के उत्तरी भागों के ऊपर माध्य समुद्र तल से 1.5 किमी की ऊंचाई पर सक्रिय है।