एमपी: 2 लड़कियों ने की समलैंगिक शादी, हलफनामा दे परिवार से तोड़ा नाता, क्या कहा?
मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले का नौगांव थाना क्षेत्र एक बार फिर समलैंगिक शादी को लेकर चर्चा में है। इलाके में एकबार फिर 2 लड़कियों के समलैंगिक विवाह का मामला सामने आया है।

मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के नौगांव थाना क्षेत्र में एक बार फिर 2 लड़कियों के समलैंगिक विवाह का मामला सामने आया है। बताया जाता है कि नौगांव थाना क्षेत्र के एक गांव की 21 साल की शांति (परिवर्तित नाम) ने गांव की ही 24 साल की सावित्री (बदला नाम) के साथ लगभग डेढ़ साल पहले समलैंगिक विवाह कर लिया था। इसका खुलासा तब हुआ जब मंगलवार को दोपहर के वक्त क्रांति श्रीवास अपने पिता के साथ हलफनामा लिखाने पहुंची।
स्टाम्प वेंडर और लेखक ने स्टाम्प पर उक्त पूरे मामले को लिख तो दिया लेकिन नियम नहीं होने के कारण किसी भी नोटरी ने इसे रजिस्टर नहीं किया। युवती पिता के साथ शपथ पत्र लेकर पुलिस के पास पहुंची तो उसने भी हलफनामा लेने से इनकार कर दिया। शांति ने हलफनामा देकर खुद को बालिग बताते हुए अपनी मर्जी से दूसरी लड़की से शादी करने की बात कबूल की है।
उसने बताया कि 9 दिसंबर 2023 को उसने गांव की ही निवासी 24 साल की सावित्री से प्रेम करते हुए समलैंगिक विवाह कर लिया है। कांति ने 17 जून 2025 को तहसील कार्यालय में शपथ-पत्र प्रस्तुत कर स्पष्ट किया कि वह पूरी तरह से बालिग है और अपनी समझ-बूझ से यह निर्णय लिया है। उसने हलफनामे में यह भी बताया है कि वह अपनी जीवनसाथी के साथ रह रही है।
उसका कहना है कि अब वह अपने माता-पिता और परिवार के किसी भी सदस्य से कोई संबंध नहीं रखना चाहती है। वह अपनी मर्जी से जीना चाहती है। भविष्य में यदि परिवार या रिश्तेदारों में से कोई भी उसको परेशान करता है या किसी भी प्रकार की शिकायत करता है तो उसके लिए वह जिम्मेदार नहीं होगी। उसका कहना है कि उसने अपनी मर्जी से जीवनसाथी चुना है।
उसने यह भी कहा कि अब वह अपने जीवन का फैसला करने के लिए स्वतंत्र है। बता दें कि नौगांव थाना क्षेत्र में यह कोई पहला मामला नहीं है। इसके पहले भी नौगांव क्षेत्र के दौरिया गांव की एक युवती ने असम की रहने वाली युवती से समलैंगिक शादी कर ली थी। बीते दो महीने में दो समलैंगिक विवाह होने से चर्चा का बाजार गर्म है।
बताया जाता है कि दोनों ने 9 दिसंबर 2023 को गांव के ही बिहारी जी मंदिर के पास तालाब किनारे शादी की थी। अब दोनों ने नौगांव तहसील कार्यालय पहुंचकर हलफनामा देकर यह ऐलान किया कि वे बालिग हैं, उन्होंने अपनी मर्जी से शादी की है। अब वे अपने परिवार से किसी प्रकार का संबंध नहीं रखेंगी। उन्होंने यह विवाह किसी दबाव में नहीं किया है। कुछ लोग इस शादी को समाज के खिलाफ बता रहे हैं तो कुछ इसे बदलाव करार दे रहे हैं।