राजा हत्याकांड में नया खुलासा, सोनम के चचेरे भाई ने कांट्रेक्ट किलरों को किया था पहली किस्त का भुगतान
इंदौर के राजा रघुंवंशी हत्याकांड में सोनम के चचेरे भाई का नाम भी सामने आ रहा है। पुलिस ने जांच ने पाया है कि कांट्रेक्ट किलरों को पहली किस्त का भुगतान सोनम के चचेरे भाई जितेन्द्र रघुवंशी ने किया था। यह पता नहीं चल सका कि जितेन्द्र ने हत्या से पहले या बाद में रकम का भुगतान किया था।

इंदौर के राजा रघुंवंशी हत्याकांड में सोनम के चचेरे भाई का नाम भी सामने आ रहा है। पुलिस ने जांच ने पाया है कि कांट्रेक्ट किलरों को पहली किस्त का भुगतान सोनम के चचेरे भाई जितेन्द्र रघुवंशी ने किया था। यह तत्काल पता नहीं चल सका कि जितेन्द्र ने राजा की हत्या से पहले या बाद में रकम का भुगतान किया था। पुलिस ने बताया कि जितेंद्र उस पारिवारिक व्यवसाय का हिस्सा है जिसकी निगरानी सोनम करती है। कथित तौर पर वह खर्चों की देखरेख करता है।
राजा रघुवंशी हत्या मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि सोनम रघुवंशी के एक चचेरे भाई ने पिछले महीने मेघालय में उसके पति राजा रघुवंशी की हत्या के लिए तीन हत्यारों को पहली किस्त का भुगतान किया था। इस मामले में अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। अब सोनम के चचेरे भाई जितेन्द्र रघुवंशी भी पुलिस की जांच के दायरे में आ गए हैं। इस हत्याकांड ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है।
पुलिस के अनुसार, जितेन्द्र के यूपीआई खाते का इस्तेमाल राजा की हत्या वाले दिन 23 मई को सोनम द्वारा हत्यारों आकाश राजपूत, विशाल सिंह चौहान और आनंद कुर्मी को दिए गए रकम की पहली किस्त का भुगतान करने के लिए किया गया था। यह अभी पता नहीं चल सका कि जितेन्द्र ने राजा की हत्या से पहले या बाद में किलरों को भुगतान किया था।
पुलिस ने बताया कि जितेंद्र उस पारिवारिक व्यवसाय का हिस्सा है जिसकी निगरानी सोनम करती है। कथित तौर पर वह खर्चों की देखरेख करता है। एक अधिकारी ने बताया कि हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या जितेन्द्र को भुगतान के पीछे के कारण के बारे में जानकारी थी। सूत्रों ने बताया कि सोनम ने हत्यारों को 20 लाख रुपए की पेशकश की थी। हालांकि इस संबंध में आधिकारिक पुष्टि नहीं का गई है।
राजा की हत्या के आरोप में सोनम और उसके प्रेमी राज कुशवाह को भी गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि राज कुशवाह सोनम के पारिवारिक व्यवसाय से जुड़ा था और उनके स्वामित्व वाली फर्नीचर शीट इकाई में अकाउंटेंट के रूप में काम करता था। दोनों एक दूसरे से शादी करना चाहते थे। पुलिस ने पहले कहा था कि विशाल ने ही सबसे पहले राजा पर चाकू से हमला किया था।
11 मई को 24 साल की सोनम और 29 साल के राजा ने शादी किया था, जबकि सोनम का राज कुशवाह के साथ संबंध था। इंदौर में अपनी शादी के बाद राजा और सोनम हनीमून के लिए मेघालय चले गए। वे 23 मई को नोंगरियाट गांव में होमस्टे से चेक आउट करने के कुछ घंटों बाद ही लापता हो गए। यह गांव उस जगह से 20 किलोमीटर दूर है जहां 2 जून को राजा का शव मिला था।
उस दिन से लापता सोनम रविवार रात उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में दिखी और बाद में नंदगंज थाने में सरेंडर कर दिया। सोनम ने आकाश, विशाल और आनंद को उत्तर प्रदेश, इंदौर और सागर से से गिरफ्तार किए जाने के कुछ घंटों बाद सरेंडर की। राज कुशवाह को बाद में गिरफ्तार किया गया।
बुधवार को सोनम ने कथित तौर पर मेघालय में अपने पति की हत्या की बात कबूल की। उसके भाई गोविंद ने कहा कि उसके परिवार ने उससे सभी संबंध तोड़ लिए हैं। उन्होंने राजा के शोकाकुल परिवार के सदस्यों के साथ संवेदना व्यक्त की और देश को झकझोर देने वाले इस मामले में न्याय की लड़ाई में उनकी मदद करने की कसम खाई। गोविंद ने यह भी मांग की कि अगर उसकी बहन दोषी पाई जाती है तो उसे फांसी दी जाए।