विमान हादसाः क्या पायलट से ही हो गई थी बड़ी गलती? एक्सपर्ट ने बताई हादसे की एक और थ्योरी
कैप्टन स्टीव ने बताया कि हो सकता है कि पायलट ने गीयर उठाने को कहा हो लेकिन को पालट ने गलती से फ्लैप लिवर खींच दिया हो। इसकी वजह से विंग्स को लिफ्ट नहीं मिल पाया।

अहमदाबाद से लंदन जाने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 के हादसे के शिकार होने की कई थ्योरी सामने आ रही हैं। वहीं प्लेन क्रैश होने से पहले पायलट ने कॉकपिट से जो संदेश भेजा था उससे काफी हद तक पता चलता है कि विमान क्यों क्रैश हो गया। बोइंग 787 ड्रीमलाइनर ने गुरुवार को 1 बजकर 38 मिनट के आसपास लंदन के लिए टेकऑफ किया था। लगभग 30 सेकंड के बाद ही मेघाणी नगर इलाके में विमान एक मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल पर गिर गया। विमान हादसे में 274 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई।
पायलट ने टेकऑफ के तुरंत बाद वरिष्ठ पायलट कैप्टन सुमित सभरवाल ने एटीसी को मेसेज भेजा था। उन्होंने कहा, मे डे, मे डे, नो पावर, नो थ्रस्ट, गोइंग डाउन। इससे पता चलता है कि वह बेहद घबराए हुए थे फिर भी विमान को बचाने की कोशिश में लगे हुए थे। पांच सेकंड का यह संदेश काफी कुछ बताता है। बता दें कि विमान 625 फीट की ऊंचाई पर जाने के बाद ही नीचे जाने लगा था।
बर्ड स्ट्राइक या डबल इंजन फेल्योर
विमान हादसे को लेकर दो थ्योरी चल रही हैं। एक है बर्ड स्ट्राइक तो दूसरी डबल इंजन फेल्योर। हालांकि किसी थ्योरी की पुष्टि नहीं हो पाई है। ज्यादा संभावना डबल इंजन फेल्योर की जताई जा रही है। विमान लंबी दूरी के लिए उड़ा था। ऐसे में जाहिर सी बात है कि उसमें काफी मात्रा में फ्यूल था। इसके अलावा इतनी ज्यादा संख्या में यात्री भी मौजूद थे। ऐसे में एक छोटी सी गलती भी हादसे के लिए काफी थी।
एविएशन एक्सपर्ट कैप्टन स्टीव ने सीएनएन से बात करते हुए कहा कि चिड़िया का टकराना या फिर फ्लैप मिसमैनेजमेंट भी विमान हादसे की वजह हो सकती है। कैप्टन ने एक फुटेज के नजरिए से कहा कि बोइंग 787 ऊपर की ओर नहीं उठ पा रहा था। ड्रीमलाइनर के कंपोजिट विंग एयरोडायनमिक प्रेशर के मुताबिक बेंड हो जाते हैं। अगर विंग बेंड होने लगते हैं तो इसका मतलब है कि उनपर अच्छा लिफ्ट पड़ रहा है। हालांकि इस विमान के विंग को लिफ्ट नहीं मिल रहा था।
इससे पता चलता है कि एयरक्राफ्ट को लिफ्ट मिलने में दिक्कत थी। ऐसे में एयरोडायनेमिकली कोई हिस्सा बंद था। उन्होंने कहा कि डबल इंजन फेल्योर की भी संभावना है। हालांकि इस बात के संकेत नहीं हैं कि इंजन को पावर नहीं मिल रहा था। विमान एक इंजन पर भी उड़ान भर सकता है। वहीं साथ ही में दोनों इंजन फेल हो जाना बेहद असामान्य है। उन्होंने कहा कि ऐसा भी हो सकता है कि पायलट ने गियर उठाने को कहा हो लेकिन सह पायलट ने गलती से फ्लैप लिवर को खींच दिया हो। ऐसे में विंग्स पर लिफ्ट खत्म हो गया।
उन्होंने लगा कि लैंडिंग गियर का खुला रह जाना और फ्लैप्स का बंद हो जाना। ऐसे में अतिरिक्त लिफ्ट खत्म हो जाता है। विमान की गति वैसे भी कम थी। ऐसे में लैंडिंग गियर पीछे की ओर खिंचाव पैदा करने लगे। उनका कहना है कि दोनों इंजन का फेल हो जाना या फिर चिड़िया टकराने की वजह से विमान का दुर्घटनाग्रस्त हो जाना, बेहद असामान्य है। कैप्टन ने कहा कि पायलट्स ने विमान को बचाने की पूरी कोशिश की लेकिन वे कामयाब नहीं हो पाए।