पश्चिम बंगाल के कैंप में आपस में भिड़े दो बीएसएफ जवान, सीनियर की गोली मारकर हत्या
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हिंसा के बाद बीएसएफ की एक टुकड़ी को तैनात किाय गया था। कैंप में दो जवानों में बहस हो गई और एक ने सीनियर की गोली मारकर हत्या कर दी।

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद के एक कैंप में बीएसएफ के जवान ने अपने सीनियर को गोली मार दी। जानकारी के मुताबिक घटना शनिवार रात करीब 10 बजे की है। धुलियान में बीएसएफ के एक कैंप में दो जवानों में बहस हो गई। कॉन्स्टेबल शिवम कुमार मिश्रा ने अपने सीनियर हेड कॉन्स्टेबल रतन सिंह शेखावत को गोली मार दी। आरोपी कॉन्स्टेबल को हिरासत में ले लिया गया है। जानकारी के मुताबिक आरोपी ने 13 गोलियां मारी थीं।
बता दें कि हाल ही में मुर्शिदाबाद में सांप्रदायिक हिंसा के बाद बीएसएफ की एक टुकड़ी को यहां तैनात कर दिया गया था। अधिकारियों ने कहा कि बीएसएफ जवान के खिलाफ कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का आदेश जारी किया गया है। इसके अलावा घटना के पीछे का कारण पता लगाने की कोशिश की जा रही है। 56 साल के शेखावत ने 1989 में बीएसएफ जॉइन की थी और इस समय वह 119 बटालियन में तैनात थे। वह राजस्थान के जयपुर के रहने वाले थे। आरोपी जवान भी उसी बटालियन में पोस्टेड था।
रिपोर्ट के मुताबिक घायल बीएसएफ जवान को अनूपनगर अस्पताल ले जाया गया। यहांसे उन्हें जंगीपुर अनुमंडल के अस्पताल के लिए रेफर किया गया। यहां डॉक्टरों ने जवान को मृत घोषित कर दिया। आरोपी शिवम कुमार मिश्रा ने इन्सास राइफल से फायरिंग की थी।
जानकारी के मुताबिक कम से कम पांच गोली रतन सिंह शेखावत को लगी थीं। शमशेरगंज पुलिस स्टेशन में आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। बता दें कि मुर्शिदाबाद हिंसा के बाद ग्रामीणों ने ही अपील की थी कि यहां स्थायी बीएसएफ कैंप बनाया जाए। अब ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें पुलिस पर भरोसा नहीं था। लेकिन अगर बीएसएफ के जवान ही आपस में इस तरह का विवाद करते हैं तो वे ग्रामीणों की सुरक्षा कैसे करेंगे।