भारत कभी नहीं स्वीकार करेगा मध्यस्थता, PM मोदी ने सीधे ट्रंप को दे दिया जवाब; फोन पर क्या हुई बात?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने G7 समिट से इतर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर बातचीत की है। इस दौरान पीएम मोदी ने ट्रंप के दावों को खारिज करते हुए यह साफ कह दिया है कि भारत और पाकिस्तान के बीच हुए सीजफायर में व्यापार जैसे मुद्दों का कोई जिक्र नहीं हुआ था।

भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुए संघर्ष के बाद हुए सीजफायर में बार-बार मध्यस्थता का दावा करने वाले डोनाल्ड ट्रंप के दावों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट रूप से खारिज कर दिया है। G7 समिट के समापन से पहले पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच फोन पर बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री ने ट्रंप को स्पष्ट दिया है कि इस सीजफायर के लिए व्यापार जैसे मुद्दों का कोई जिक्र नहीं हुआ था। PM ने कहा है कि भारत कभी मध्यस्थता स्वीकार नहीं करेगा।
भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री से पीएम मोदी और ट्रंप के बीच हुई बातचीत के बारे में जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि G7 समिट के बीच प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की मुलाकात होनी तय थी। हालांकि मिडिल ईस्ट में तनाव बढ़ने के बाद ट्रंप को जल्दी वापस अमेरिका लौटना पड़ा, जिसकी वजह से यह मुलाकात नहीं हो पाई। इसके बाद राष्ट्रपति ट्रंप के आग्रह पर बुधवार को दोनों नेताओं की फोन पर बात हुई।
ऑपरेशन सिंदूर पर हुई चर्चा
पीएम मोदी और ट्रंप के बीच यह बातचीत लगभग 35 मिनट चली। इस दौरान ट्रंप ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर शोक जताया। ट्रंप ने आतंक के खिलाफ भारत की लड़ाई में समर्थन देने की बात भी कही। विक्रम मिस्री ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति ट्रंप को ऑपरेशन सिंदूर के बारे में विस्तार से जानकारी दी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत ने आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करने का अपना दृढ़ संकल्प पूरी दुनिया को बता दिया था। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 6-7 मई की रात को भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में सिर्फ आतंकी ठिकानों को ही निशाना बनाया था।
गिड़गिड़ाया था पाकिस्तान
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि भारत अब आतंकवाद को प्रॉक्सी वॉर के रूप में नहीं देखता बल्कि युद्ध के रूप में ही देखता है और भारत का ऑपरेशन सिंदूर अभी भी जारी है। उन्होंने ट्रंप से फोन पर बातचीत में बताया कि बीते महीने पाक की तरफ से किए गए कायराना हमलों के बाद भारत ने मुहतोड़ जवाब दिया, जिसके बाद पाकिस्तान को भारत से सैन्य कारवाई रोकने के लिए गिड़गिड़ाना पड़ा।
ट्रंप को दे दिया जवाब
प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति ट्रंप को स्पष्ट रूप से कहा कि इस पूरे घटनाक्रम के दौरान कभी भी, किसी भी स्तर पर भारत अमेरिका ट्रेड डील या अमरीका द्वारा भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता जैसे विषयों पर बात नहीं हुई थी। उन्होंने स्पष्ट किया कि सीजफायर के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच दोनों सेनाओं के माध्यम के माध्यम से बातचीत हुई थी। प्रधानमंत्री मोदी ने जोर दे कर कहा कि भारत ने न तो कभी मध्यस्थता स्वीकार की थी, न करता है और ना ही कभी करेगा।
भारत आने का न्योता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दौरान ट्रंप को भारत आने का न्योता भी दिया। पीएम ने QUAD की अगली बैठक के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को भारत आने का निमंत्रण दिया। ट्रंप ने निमंत्रण स्वीकार करते हुए कहा है कि वे भारत आने के लिए उत्साहित हैं।