कौन हैं कर्नाटक HC के वे 4 जज, जिनके ट्रांसफर की खबर पर मच गया हंगामा; CJI तक पहुंची बात
- अभी तक सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की ओर से इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। बार एसोसिएशन ने कहा है कि वे उन्हें हाईकोर्ट से जाने नहीं देंगे।

कर्नाटक हाईकोर्ट की धारवाड़ बेंच के अधिवक्ताओं के संघ के अध्यक्ष वीएम शीलावंत ने भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) संजीव खन्ना को पत्र लिखकर कर्नाटक हाईकोर्ट के चार जजों के अन्य हाईकोर्ट में संभावित ट्रांसफर का विरोध जताया है। शीलावंत ने पत्र में बताया कि जस्टिस कृष्ण दीक्षित, जस्टिस के. नटराजन, जस्टिस हेमंत चंदनगौड़र और जस्टिस संजय गौड़ा के तबादले की खबरों से वकीलों में गहरा असंतोष और चिंता है।
पत्र में उन्होंने लिखा, "कर्नाटक के अधिवक्ता इन खबरों को सुनकर स्तब्ध हैं। ये सभी न्यायाधीश निःस्वार्थ सेवा, अटल ईमानदारी, असाधारण कानूनी ज्ञान, संवेदनशीलता और दक्षता के लिए जाने जाते हैं।" इतना ही नहीं, बार एसोसिएशन ने चेतावनी दी कि इन जजों का स्थानांतरण न केवल वकीलों के मनोबल को प्रभावित करेगा, बल्कि न्यायालय की कार्यप्रणाली पर भी गंभीर असर डालेगा।
शीलावंत ने पत्र में लिखा, "इस तरह का कदम न्याय प्रणाली को कमजोर करने वाला और प्रतिगामी होगा। इससे न केवल अधिवक्ताओं को बल्कि न्याय की तलाश में आने वाले आम लोगों को भी नुकसान होगा।"
हालांकि अभी तक सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की ओर से इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। बार एसोसिएशन ने कहा है कि वे इन जजों को कर्नाटक हाईकोर्ट से जाने नहीं देंगे और इसके खिलाफ जोरदार विरोध दर्ज कराया जाएगा।