प्लेन क्रैश में मारी गई मणिपुर की एयरहोस्टेस, नागालैंड के रास्ते सौंपा जाएगा शव; क्या वजह?
सिंगसन की सहकर्मी, एनगंथोई के. शर्मा भी मणिपुर से थीं और वे मैतेई समुदाय से ताल्लुक रखती थीं। वह भी इस हादसे में मारी गईं। उनकी बहन अभी भी अहमदाबाद में उनके शव की डीएनए पहचान की प्रतीक्षा कर रही है।

एयर इंडिया के दुर्घटनाग्रस्त विमान के मृतकों में शामिल 25 वर्षीय एयरहोस्टेस लमनुंथीम सिंगसन के पार्थिव शरीर की पहचान डीएनए प्रोफाइलिंग के जरिए हो चुकी है। आज उनके शव को परिवार को सौंपा जाएगा। मामले से जुड़े अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। मणिपुर के कुकी स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशन (केएसओ) कांगपोकपी की ओर से बताया गया कि सिंगसन का पार्थिव शरीर नगालैंड के दीमापुर एयरपोर्ट के जरिए मणिपुर लाया जाएगा। एयरपोर्ट पर 1:30 बजे परिजनों और संगठन के सदस्य पार्थिव शरीर को रिसीव करेंगे। जातीय तनाव के कारण उनके शव को इंफाल के बजाय नागालैंड के दीमापुर हवाई अड्डे के रास्ते लाया जाएगा।
कुकी-जो समुदाय से आने वाली लमनुंथीम सिंगसन 12 जून को अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लंदन के लिए उड़ान भरने वाली एयर इंडिया की उड़ान AI-171 में चालक दल की सदस्य थीं। उड़ान के कुछ ही क्षणों बाद विमान एक मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल से टकरा गया, जिसमें 242 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों में से 241 की मौत हो गई, साथ ही जमीन पर 29 लोगों की जान चली गई। इस हादसे में केवल एक यात्री जीवित बचा।
इंफाल से नहीं लाया जाएगा पार्थिव शरीर, सुरक्षा कारणों से फैसला
केएसओ कांगपोकपी इकाई के महासचिव के. शोंग्रेंग ने बताया, “सुरक्षा कारणों से परिवार ने इच्छा जताई कि पार्थिव शरीर इंफाल होते हुए मेइती इलाकों से होकर कांगपोकपी न लाया जाए। इसलिए दीमापुर एयरपोर्ट के रास्ते शव को सड़क मार्ग से कांगपोकपी लाया जाएगा। परिजन और संगठन के प्रतिनिधि गुरुवार सुबह दीमापुर के लिए रवाना हुए।”
बता दें कि सिंगसन का परिवार पहले इंफाल के न्यू लामबुलेन इलाके में रहता था, लेकिन मई 2023 में राज्य में मेइती और कुकी-जो समुदायों के बीच भड़के जातीय संघर्ष के बाद वे कांगपोकपी हिल जिले में आकर रहने लगे। इसी तरह, कई मेइती परिवारों ने भी पहाड़ी जिलों से पलायन कर इंफाल घाटी में शरण ली। इन क्षेत्रों में अब स्थानीय मिलिशिया सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालते हैं, जबकि केंद्रीय बल केवल बफर जोन का काम कर रहे हैं।
सरकार ने इंफाल से सुरक्षा के साथ शव ले जाने की पेशकश की थी
जानकारी के मुताबिक, सोमवार और मंगलवार को वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों व सरकारी प्रतिनिधियों ने सिंगसन के परिवार से मुलाकात कर उन्हें इंफाल एयरपोर्ट से शव लाने के लिए सुरक्षा काफिले की पेशकश की थी, लेकिन परिवार ने इंफाल न जाकर दीमापुर के रास्ते शव लाने को प्राथमिकता दी।
दूसरी मणिपुरी क्रू मेंबर एनगंथोई के परिवार को अभी रिपोर्ट का इंतजार
इसी बीच, मणिपुर की एक अन्य केबिन क्रू सदस्य एनगंथोई के. शर्मा के परिवार को अब तक अहमदाबाद सिविल अस्पताल से डीएनए मैच की पुष्टि नहीं मिल सकी है। एनगंथोई की बहन गीतांजलि ने कहा, “हम अस्पताल प्रशासन और अधिकारियों से अनुरोध करते हैं कि प्रक्रिया को तेज किया जाए। हमारे परिवार भी अपने प्रियजन के इंतजार में हैं।” एनगंथोई जहां मेइती समुदाय से थीं, वहीं सिंगसन कुकी-जो समुदाय से ताल्लुक रखती थीं।
डीएनए जांच से 211 मृतकों की पहचान हुई, 189 शव परिजन को सौंपे गए
अहमदाबाद में एयर इंडिया विमान हादसे में 270 लोगों की मौत होने के एक सप्ताह बाद कम से कम 211 मृतकों की, डीएनए मिलान के जरिए अब तक पहचान कर ली गई है और 189 शव उनके परिवारों को सौंप दिए गए हैं। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। प्राधिकारी मृतकों की पहचान करने के लिए डीएनए जांच कर रहे हैं क्योंकि कई शव इतने बुरी तरह से जल गए हैं कि उनकी पहचान नहीं की जा सकती।
अहमदाबाद सिविल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ राकेश जोशी ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘बृहस्पतिवार सुबह तक 211 डीएनए नमूनों का मिलान किया जा चुका है और 189 शवों को संबंधित परिवारों को सौंप दिया गया है।’’ जोशी ने बताया कि जिन 189 लोगों के शव सौंपे गए हैं, उनमें 142 भारतीय, 32 ब्रिटिश नागरिक, सात पुर्तगाली नागरिक और एक कनाडाई शामिल हैं। उन्होंने बताया कि जमीन पर मारे गए सात लोगों के शव भी उनके रिश्तेदारों को सौंप दिए गए हैं।