नोएडा में 11.56 KM रूट पर नई मेट्रो लाइन का सर्वे शुरू, सेक्टर-142 से कनेक्ट होगा बॉटेनिकल गार्डन
नोएडा सेक्टर-142 से सेक्टर-38ए बॉटेनिकल गार्डन तक बनने वाली नई मेट्रो लाइन को लेकर नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (एनएमआरसी) ने तैयारी शुरू कर दी है। इस लाइन के लिए टोपोग्राफी और जीपीएस सर्वे शुरू करा दिया गया है।

नोएडा सेक्टर-142 से सेक्टर-38ए बॉटेनिकल गार्डन तक बनने वाली नई मेट्रो लाइन को लेकर नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (एनएमआरसी) ने तैयारी शुरू कर दी है। इस लाइन के लिए टोपोग्राफी और जीपीएस सर्वे शुरू करा दिया गया है। एक्वा लाइन के इस एक्सटेंशन रूट की डीपीआर मंजूरी के लिए केंद्र के पास है।
इस समय एक्वा लाइन पर सेक्टर-51 से ग्रेटर नोएडा डिपो तक मेट्रो चल रही है। आने वाले समय में एक्वा लाइन का विस्तार होना है। इस मेट्रो लाइन के एक हिस्से को सेक्टर-51 से ग्रेनो के नॉलेज पार्क-5 तक ले जाया जाना प्रस्तावित है। इसके अलावा सेक्टर-142 से सेक्टर-38ए बॉटेनिकल गार्डन तक भी मेट्रो लाइन का विस्तार होगा। सेक्टर-51 से ग्रेनो डिपो के बीच चल रही मेट्रो लाइन का सेक्टर-142 स्टेशन है। इन दोनों रूट की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) मंजूरी के लिए केंद्र सरकार के पास है।
केंद्र सरकार से डीपीआर मंजूर होने से पहले एनएमआरसी ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। सेक्टर-142 से बॉटेनिकल गार्डन तक लाइन के लिए टोपोग्राफी और जीपीएस सर्वे की शुरुआत कर दी गई है। एनएमआरसी के अधिकारियों ने बताया कि इस सर्वे के अंतर्गत लेवलिंग जमोट्री, पिलर की ऊंचाई, सड़क की चौड़ाई, रूट पर आने वाली इमारतें, कट, नाले-नालियों की स्थिति समेत अन्य चीजें देखी जाएंगी। यह सर्वे की प्रक्रिया पूरी करने में करीब दो महीने का समय लगेगा। इसके बाद ड्रॉइंग बनाई जाएगी।
11.56 किलोमीटर का रूट होगा
मेट्रो का यह नया रूट 11.56 किलोमीटर का होगा। इस पर 8 मेट्रो स्टेशन बनेंगे। इस लाइन पर करीब 2254 करोड़ रुपये की लागत अनुमानित है। इस लाइन पर मेट्रो चलने से नोएडा-दिल्ली से ग्रेटर नोएडा आने-जाने वालों को और अधिक सहूलियत होगी। अभी सेक्टर-38ए बॉटेनिकल गार्डन की तरफ से ग्रेटर नोएडा के लिए मेट्रो की सीधी कनेक्टिविटी नहीं है।
सेक्टर-51 से नॉलेज पार्क-5 लाइन का सर्वेक्षण होगा
सेक्टर-51 से नॉलेज पार्क-5 तक मेट्रो लाइन का भी टोपोग्राफी सर्वे शुरू होगा। इस रूट का यह पहले सर्वे हो चुका है, लेकिन बाद में रूट में कुछ बदलाव किया गया था। ऐसे में दोबारा से सर्वे कराया जाएगा।