पीएम सूर्य घर बिजली योजना: पलवल में 37 गांवों को मॉडल सोलर विलेज योजना के लिए चुना गया
पलवल में 37 गांवों को मॉडल सोलर विलेज बनाया जाएगा। 5000 जनसंख्या वाले गांवों को चुना गया है। इन गांवों में सोलर उपकरण लगाने की प्रतियोगिता छह माह तक चलेगी। चयनित गांवों को 1 करोड़ रुपये की अतिरिक्त...

पलवल। पलवल में 37 गांवों को मॉडल सोलर विलेज बनाया जाएग। पांच हजार जनसंख्या वाले गांवों को इसके लिए चुना गया है। इन गांवों के बीच ज्यादा से ज्यादा सोलर उपकरण लगवाने की प्रतियोगिता भी शुरू की गई है। यह प्रतियोगिता छह माह तक चलेगी। मॉडल सोलर घोषित गांव को सरकार की तरफ से एक करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि दी जाएगी। एक करोड़ की धनराशि से गांव में सार्वजनिक स्थानों जैसे सरकारी स्कूल, आंगनबाड़ी, पंचायत घर, लाइब्रेरी, पी.एच.सी. व सी.एच.सी. में सोलर पावर प्लांट लगवाएं जाएंगे। यह जानकारी उपायुक्त डॉ. हरीश कुमार वशिष्ठ ने दी। उन्होंने जिला सचिवालय स्थित कार्यालय में मंगलवार को प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के क्रियान्वयन को लेकर संबंधित अधिकारियों और सरपंचों के साथ बैठक की।
बैठक में उपायुक्त ने कहा कि सामाजिक आर्थिक और जाति जनगणना-2011 डाटा के तहत जिन गांवों की जनसंख्या पांच जांच से अधिक है उनको मॉडल सोलर विलेज के लिए बतौर सदस्य गांव के रूप में चुना गया है। जिले में 37 गांवों को इस योजना के तहत शामिल किया गया है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि पांच हजार से ऊपर की आबादी वाली चयनित गांवों में पीएम सूर्य घर और पीएम कुसुम योजना के संभावित लाभार्थियों तक पहुंचने के लिए जागरूकता कार्यक्रम के साथ-साथ घर-घर अभियान चलाना होगा। उपायुक्त ने बताया कि प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के क्रियान्वयन के लिए डीएलसी कमेटी का गठन किया गया है। इसमें उपायुक्त पलवल को अध्यक्ष तथा अतिरिक्त उपायुक्त पलवल को सदस्य, अधीक्षक अभियन्ता डिस्कॉम को सदस्य सचिव और मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद को सदस्य व अग्रणी बैंक प्रबंधक को सदस्य एवं परियोजना अधिकारी एनआरई को सदस्य बनाया गया है। उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार के दिशा-निर्देशानुसार योजना के तहत चयनित जिले के गांवों में ज्यादा से ज्यादा सोलर उपकरण लगवाने की प्रतियोगिताओं की अवधि छह माह की होगी। उन्होंने बताया कि प्रतियोगिताओं की शुरुआत गत तीन जून से शुरू हो चुकी है। इस अवसर उपायुक्त डा. हरीश कुमार वशिष्ठ ने जिला में सोलर एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए संबंधित अधिकारियों को लोगों को ज्यादा से ज्यादा जागरूक करने और योजनाओं के बारे में जानकारी देने के लिए सार्वजनिक स्थानों पर जागरूकता शिविर लगाने के निर्देश दिए। इस अवसर पर एसडीएम ज्योति, एसडीएम बलीना, जिला नगर आयुक्त मनीषा शर्मा, जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक दर्शन लाल भल्ला व बिजली बोर्ड के एसई रंजन राव समेत संबंधित अधिकारी मौजूद रहे। चयनित गांवों में चलाएं जाएंगे जागरूकता कार्यक्रम: उपायुक्त ने बताया कि धतीर, टीकरी ब्राह्मण, सिहोल, असावटी, बघौला, अलावलपुर, पृथला, जनौली, औरंगाबाद, बंचारी, दीघोट, बामनीखेड़ा, भिडूकी, सौंदहद, गुराकसर, कोंडल, मालूका, खाइका हथीन, रनियाला खुर्द, गहलब, बहीन, मलाई, मानपुर, छांयसा, कोट, मंडकोला, आली मेव, रूपडाका, उटावड़, हसनपुर, खाम्बी, लिखी, पिंगोड, गुलावद, बड़ौली, चांदहट और घोडी गांव को सोलर एनर्जी के लिए चयनित किया गया है। मॉडल सोलर गांव के चयनित किए गए गांवों में छह माह के लिए ग्राम पंचायतों द्वारा प्रतियोगिताएं, नुक्कड़ सभा आयोजित करवाई जाएंगी। जागरुकता फैलाने के लिए सहकारी समितियों, पंचायतों, स्कूलों को अपनी भागीदारी निभानी होगी। इस प्रतिस्पर्धा में एजेंसी प्रत्येक गांव की सीमा के भीतर लगाए समग्र वितरित नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता का आकलन करने के लिए एक मूल्यांकन अभ्यास करेगी। इसमें छत पर सौर ऊर्जा की स्थापना, पीएम कुसुम के तहत जमीन पर लगे छोटे पैमाने के नवीकरणीय ऊर्जा संयंत्र, हरेडा की अन्य योजनाएं या एक ही स्थान पर 10 मेगावाट से कम क्षमता के एकल नवीकरणीय ऊर्जा संयंत्र शामिल होंगे।
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