कांग्रेस ने फिर उठाया अदाणी का मुद्दा
कांग्रेस ने अदाणी मुद्दे पर सरकार को घेरा है। जयराम रमेश ने कहा कि सेबी ने अदाणी समूह में हिस्सेदारी रखने वाले दो फंड को जानकारी न देने पर दंड की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार सच्चाई को...

- जयराम रमेश ने कहा, सच्चाई को छुपाया नहीं जा सकता नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। कांग्रेस ने एक बार फिर अदाणी का मुद्दा उठाते हुए सरकार को घेरा है। पार्टी का आरोप है कि भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने अदाणी समूह में हिस्सेदारी रखने वाले दो फंड को शेयर होल्डिंग संबंधी जानकारी नहीं देने के लिए दंड और लाइसेंस रद्द करने की चेतावनी दी है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स पर एक पोस्ट कर कहा कि मोदी सरकार जितनी भी कोशिश कर ले, भारत के सबसे बड़े घोटाले को छुपाया नहीं जा सकता है। उन्होंने कहा कि सच्चाई सामने आ ही रही है।
कांग्रेस के दावों पर फिलहाल सेबी या अदाणी समूह की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है। हालांकि, पिछली बार अदाणी ने अनियमितता और भ्रष्टाचार के सभी आरोपों को निराधार बताते हुए उन्हें खारिज कर दिया था। जयराम रमेश ने कहा कि सेबी ने एलारा कैपिटल द्वारा नियंत्रित मॉरीशस स्थित दो ऑफशोर फंड एलारा इंडिया ऑपर्च्युनिटीज फंड और वेस्पेरा फंड को शेयर होल्डिंग संबंधी जानकारी न देने के लिए दंड और लाइसेंस रद्द करने की चेतावनी दी है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम ने दावा किया कि इन फंड पर स्टॉक पार्किंग का आरोप है, मतलब यह कि इन्हें अदाणी समूह द्वारा अपनी ही कंपनियों में बेनामी निवेश के लिए मुखौटे के रूप में इस्तेमाल किया गया, जो सेबी के नियमों का उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि इन दोनों फंड्स ने अपराध स्वीकार किए बिना और टोकन शुल्क का भुगतान किए बिना मामले को निपटाने की पेशकश की है, जो समूह के लिए सबसे सुविधाजनक तरीका है। रमेश ने आरोप लगाया कि सेबी की कार्रवाई ऊपर से भले ही आगे बढ़ती दिखे, लेकिन हकीकत यह है कि सुप्रीम कोर्ट ने इस जांच को दो महीने में पूरा करने का निर्देश दिया था। अब दो साल से ज्यादा का समय बीत चुका है। उन्होंने कहा कि इस देरी से फायदा सिर्फ समूह को हुआ है। जयराम रमेश ने दावा किया कि सरकार चाहे जितनी कोशिश कर ले, भारत के सबसे बड़े घोटाले को छुपाया नहीं जा सकता, सच्चाई सामने आ ही रही है।
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