Indian Air Force Faces Trainer Aircraft Shortage Amid Delays in HTT-40 Supply ब्यूरो::: बेसिक ट्रेनर विमानों की कमी से भी जूझ रही वायुसेना, Delhi Hindi News - Hindustan
Hindi NewsNcr NewsDelhi NewsIndian Air Force Faces Trainer Aircraft Shortage Amid Delays in HTT-40 Supply

ब्यूरो::: बेसिक ट्रेनर विमानों की कमी से भी जूझ रही वायुसेना

भारतीय वायुसेना को बेसिक ट्रेनर विमानों (एचटीटी-40) की कमी का सामना करना पड़ रहा है। एचएएल द्वारा आपूर्ति में देरी के कारण पायलटों की भर्ती भी कम हुई है। वायुसेना को 106 बीटीए विमानों की आवश्यकता है,...

Newswrap हिन्दुस्तान, नई दिल्लीThu, 5 June 2025 07:31 PM
share Share
Follow Us on
ब्यूरो::: बेसिक ट्रेनर विमानों की कमी से भी जूझ रही वायुसेना

नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। भारतीय वायुसेना सिर्फ लड़ाकू विमानों की कमी से ही नहीं बल्कि बेसिक ट्रेनर विमानों (बीटीए) की कमी से भी जूझ रही है। इसकी वजह एचएएल द्वारा एचटीटी-40 विमान की आपूर्ति में हो रही देरी है। हालांकि अब सितंबर से इन विमानों की आपूर्ति के आसार हैं लेकिन यदि फिर विलंब होता है तो वायुसेना किराए पर विमान लेने के विकल्प पर विचार कर सकती है। वायुसेना में शुरूआती प्रशिक्षण के लिए पिलट्स पीसी-7 विमानों का इस्तेमाल किया जाता है। मौजूदा समय में करीब 75 पीसी-7 विमान वायुसेना के पास हैं, लेकिन यह जरूरत से काफी कम है।

खबर यहां तक है कि विमानों की कमी के चलते वायुसेना में पायलटों की भर्ती कम कर दी गई है जिसके चलते वायुसेना के पास तकरीबन 500 पायलटों की कमी बनी हुई है। दरअसल, एचएएल से एचटीटी-40 बेसिक ट्रेनर विमानों की आपूर्ति काफी पहले वायुसेना को होनी थी लेकिन उसके निर्माण में लगातार विलंब हो रहा है। इसके चलते विमानों की खरीद भी नहीं हो पाई। एचएएल के सूत्रों ने कहा कि एचटीटी-40 विमान के सभी परीक्षण सफल हो चुके हैं तथा इसे एयरो इंडिया में भी प्रदर्शित किया जा चुका है। अब एचएएल की बेंगलुरु एवं नासिक कारखानों में इसका निर्माण हो रहा तथा सितंबर से वायुसेना को इसकी आपूर्ति शुरू हो जाएगी। चार साल में मिलेंगे 73 विमान पूर्व में हुए करार के तहत कुल 73 विमानों की आपूर्ति चार सालों के भीतर एचएएल को करनी होगी। इस बीच वायुसेना 33 और एचटीटी-40 विमानों की खरीद का आर्डर एचएएल को देने की तैयारी में हैं। वायुसेना को तत्काल कुल 106 बेसिक ट्रेनर विमानों की जरूरत है। अगले चार महीने होंगे निर्णायक वायुसेना से जुड़े सूत्रों ने कहा कि यदि सितंबर के बाद भी विमानों की आपूर्ति में देरी होती है तो ट्रेनर विमान किराए पर लेने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा। ऐसे में निजी कंपनियों से विमान लीज पर लिए जा सकते हैं। ताकि पायलटों की कमी को दूर किया जा सके। बहरहाल, अगले चार महीने इस मामले में निर्णायक साबित होंगे।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।