दिल्ली के 22 से ज्यादा इलाकों में अगले कई दिन देखने को मिलेगा जलसंकट, लिस्ट में आपका एरिया तो नहीं
DJB ने लोगों को पानी का विवेकपूर्ण उपयोग करने की सलाह दी है। साथ ही हेल्पलाइन नंबर 1916 बताते हुए कहा है कि इस नंबर पर फोन करते हुए मांग किए जाने पर पानी के टैंकर भी उपलब्ध रहेंगे।

राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्सों में एकबार जलसंकट गहराने वाला है और शहर के कई हिस्सों को अगले कई दिनों तक पानी की कमी से जूझना पड सकता है। दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) के अधिकारियों ने शुक्रवार को इस बारे में कहा कि बोर्ड के दो प्रमुख वाटर ट्रीटमेंट प्लांट वजीराबाद और चंद्रावल को जरूरी कच्चे पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है, जिसके चलते दोनों प्लांट ने पीने योग्य पानी का उत्पादन कम कर दिया है, इस वजह से शहर के कई इलाकों में पानी की कम आपूर्ति होने से वहां जल संकट देखने को मिल सकता है। खास बात यह है कि डीजेबी ने कोई समयसीमा भी नहीं बताई है कि स्थिति कब तक सुधरेगी।
DJB ने बताया कि पानी की सप्लाई में कमी होने से आने वाले कुछ दिनों तक (1) साउथ एक्सटेंशन, (2) ग्रेटर कैलाश, (3) जहांगीरपुरी, (4) मूलचंद, (5) मजनू का टीला, (6) कश्मीरी गेट ISBT, (7) NDMC क्षेत्र, (8) ITO, (9) डिफेंस कॉलोनी, (10) CGO कॉम्प्लेक्स, (11) राजघाट, (12) WHO, (13) रामलीला ग्राउंड, (14) दिल्ली गेट और आसपास के क्षेत्रों में जल आपूर्ति प्रभावित होगी। इसके अलावा (15) सिविल लाइंस, (16) हिंदू राव अस्पताल, (17) कमला नगर, (18) शक्ति नगर, (19) करोल बाग, (20) पहाड़ गंज, (21) NDMC क्षेत्र और (22) कैंटोनमेंट और आसपास के कुछ इलाकों में भी पानी की कमी देखने को मिल सकती है।
इसी वजह से DJB ने लोगों को पानी का विवेकपूर्ण उपयोग करने की सलाह दी है। साथ ही हेल्पलाइन नंबर 1916 बताते हुए कहा है कि इस नंबर पर फोन करते हुए मांग किए जाने पर पानी के टैंकर भी उपलब्ध रहेंगे।
जलसंकट की वजह को लेकर एक बयान जारी करते हुए डीजेबी ने बताया कि वजीराबाद तालाब का जल स्तर 674.50 फीट के सामान्य स्तर के मुकाबले घटकर 668.70 फीट हो गया है। जबकि इसी तालाब के जरिए तीन WTP (जल उपचार संयंत्रों)- वजीराबाद, चंद्रावल और ओखला को कच्चे पानी की आपूर्ति की जाती है। बयान में आगे बताया गया कि 'ऐसे में वजीराबाद और चंद्रावल WTP को आवश्यक कच्चे पानी की आपूर्ति बनाए रखना मुश्किल हो रहा है और इसके परिणामस्वरूप पीने योग्य पानी के उत्पादन में कमी आ रही है। ऐसे में इस स्थिति से दोनों संयंत्रों में पीने योग्य पानी का उत्पादन लगभग 25 से 30 प्रतिशत प्रभावित हो रहा है।'
वजीराबाद जल उपचार संयंत्र की औसत क्षमता 131 एमजीडी (मिलियन गैलन प्रति दिन) है, जबकि चंद्रावल औसतन 94 एमजीडी उत्पादन करता है। दोनों की क्षमता में 25-30 प्रतिशत की कमी से डीजेबी का कुल जल उत्पादन भी कम हो जाएगा। डीजेबी की कुल औसत उत्पादन क्षमता ट्यूबवेल सहित 990 से 1000 एमजीडी पेयजल के बीच है। वर्तमान अनुमानों के अनुसार, वजीराबाद में कम तालाब स्तर की समस्याओं के कारण कुल जल उत्पादन में लगभग 70 से 100 एमजीडी की कमी आई है।