Indian Railways ने तत्काल टिकट बुकिंग की प्रक्रिया में बड़ा बदलाव किया है, जिससे यात्रियों को अब आसानी होगी और फ्रॉड पर लगाम लगेगी। रेलवे मंत्रालय ने घोषणा की है कि इस महीने के अंत से तत्काल टिकट बुकिंग के लिए ई-आधार वेरिफिकेशन अनिवार्य होगा। यह कदम तत्काल टिकटों की दलाली, बॉट्स के दुरुपयोग और फर्जी बुकिंग को रोकने के लिए उठाया गया है, ताकि यात्रियों को टिकट आसानी से मिल सके।
रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि तत्काल टिकट, जो ट्रेन के रवाना होने से एक दिन पहले रिलीज़ होते हैं, अक्सर एजेंट्स और बॉट्स द्वारा सेकंड्स में बुक कर लिए जाते हैं, जिससे आम यात्रियों को परेशानी होती है। अब इस समस्या से निजात पाने के लिए ई-आधार वेरिफिकेशन को अनिवार्य किया जा रहा है। IRCTC खाते को आधार से लिंक करने वाले यूज़र्स को तत्काल टिकट बिक्री के पहले 10 मिनट में प्राथमिकता दी जाएगी। इस दौरान अधिकृत एजेंट्स भी टिकट बुक नहीं कर पाएंगे।
जिन यूजर्स ने अपने IRCTC खाते को आधार से लिंक नहीं किया है, उन्हें रजिस्ट्रेशन के बाद तीन दिन तक इंतज़ार करना होगा, तब जाकर वे तत्काल, प्रीमियम तत्काल, या ओपनिंग ARP टिकट बुक कर सकेंगे। रेलवे अधिकारियों ने यह भी बताया कि जल्द ही काउंटर पर तत्काल टिकट बुकिंग के लिए भी आधार वेरिफिकेशन अनिवार्य हो सकता है, जिससे ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों प्लेटफॉर्म्स पर एकसमान व्यवस्था हो।
Indian Railways ने तत्काल बुकिंग की प्रक्रिया को बेहतर बनाने के लिए कई तकनीकी कदम उठाए हैं। मंत्रालय ने एंटी-बॉट सिस्टम लागू किया है और एक टॉप कंटेंट डिलीवरी नेटवर्क (CDN) के साथ साझेदारी की है। पहले तत्काल बुकिंग के दौरान 50% तक लॉगिन प्रयास बॉट्स से होते थे, लेकिन अब इसकी संख्या में भारी कमी आई है। 87% स्टैटिक कंटेंट अब CDN के जरिए सर्व किया जा रहा है, जिससे वेबसाइट की लोडिंग स्पीड बढ़ी है और सर्वर पर दबाव कम हुआ है।
इसके अलावा, रेलवे ने 2.5 करोड़ संदिग्ध यूजर आईडी को डीएक्टिवेट किया है। FY 2024-25 में औसत दैनिक यूजर लॉगिन 69.08 लाख से बढ़कर 82.57 लाख हो गए हैं, और दैनिक टिकट बुकिंग में 11.85% की वृद्धि हुई है। ई-टिकटिंग अब कुल रिजर्व टिकट बुकिंग का 86.38% हिस्सा है, जो डिजिटल अपनाने की ओर एक बड़ा कदम है।
रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे अपने IRCTC खाते को आधार से लिंक कर लें, ताकि तत्काल टिकट बुकिंग आराम से हो सके। अगर आपको कोई संदिग्ध गतिविधि दिखती है, तो आप साइबर क्राइम पोर्टल के जरिए शिकायत दर्ज कर सकते हैं। यह नई व्यवस्था न केवल टिकट बुकिंग को आसान बनाएगी, बल्कि यात्रियों की सुरक्षा को भी सुनिश्चित करेगी।