यह चमत्कार है! कोटा में खोपड़ी से आर-पार हुई गोली, फिर कैसे जिंदा बच गया लड़का?
यह घटना पिछले शनिवार को हुई। कोटा जिले के रामगंजमंडी थाना क्षेत्र का रहने वाला 10वीं का छात्र श्लोक गुर्जर अपने पड़ोस में अन्य लड़कों के साथ खेल रहा था। अचानक वह गिर गया और बेहोश हो गया,उसके कान से खून बह रहा था।

क्या जिंदगी में चमत्कार होते हैं? राजस्थान के कोटा से जो केस सामने आया है,उसके बाद आप भी कहेंगे हां लगता तो है। यहां एक 17 साल के युवक को खेल-केल में गोली लग गई। गोली कान के पास से खोपड़ी को चीरती हुई दूसरे तरफ से निकल गई,लेकिन लड़के की जान बच गई। जो इसके बारे में सुन या देख रहा है,उसके लिए विश्वास करना मुश्किल हो गया है। लोगों का एक ही सवाल है गोली जिस रास्ते से आर-पार हुई है,उसके बाद लड़के का बचना नामुमकिन है। पांच दिनों बाद लड़के को जैसे नई जिंदगी मिल गई।
यह घटना पिछले शनिवार को हुई। कोटा जिले के रामगंजमंडी थाना क्षेत्र का रहने वाला 10वीं का छात्र श्लोक गुर्जर अपने पड़ोस में अन्य लड़कों के साथ खेल रहा था। अचानक वह गिर गया और बेहोश हो गया,उसके कान से खून बह रहा था। खून बहने को खेलते समय लगी चोट मानकर परिवार वाले उसे तुरंत अस्पताल ले गए,जहां सामान्य इलाज के बाद वह ठीक हो गया और आराम से खाने-पीने और चलने-फिरने लगा।
हालांकि, माता-पिता ने आगे के इलाज के लिए झालावाड़ जिला अस्पताल के एक डॉक्टर से सलाह ली,जिन्होंने मुंह में कुछ अजीब चीज देखी और माता-पिता से कोटा के एक डॉक्टर से सलाह लेने का आग्रह किया। यह मामला दो दिन पहले कोटा में वरिष्ठ न्यूरोसर्जन डॉ.मामराज अग्रवाल के पास आया और वे एक्स-रे देखकर दंग रह गए।
डॉ. मामराज ने मीडिया को बताया,"हमने गुरुवार को गाल में फंसी गोली को निकालने के लिए सर्जरी की। अपने 38 साल के करियर में मैंने ऐसा मामला कभी नहीं देखा। गोली कान से अंदर गई,खोपड़ी के निचले हिस्से को चीरती हुई दूसरी तरफ से दाहिने जबड़े से गुजरी और मांस में फंस गई। अगर गोली जहां से निकली थी,उससे 1 या 2 मिमी ऊपर या नीचे होती,तो मरीज की मौत हो सकती थी क्योंकि दोनों तरफ रक्त वाहिकाएं(Red Blood Vessels) होती हैं जो मस्तिष्क को रक्त की आपूर्ति करती हैं।"
घटना के बाद तीन दिनों तक लड़का डरा हुआ था और उसने यह नहीं बताया कि उसे गोली लगी थी। लड़के के पिता सुरेश गुर्जर ने बताया कि झालावाड़ में चेहरे का एक्स-रे किया गया और दंत चिकित्सक ने कुछ असामान्य चीज देखने का जिक्र किया। उनकी सलाह पर वे बच्चे को कोटा ले आए। रास्ते में श्लोक ने बताया कि उस दिन गिरने से पहले उसने गोली चलने जैसी आवाज सुनी थी। रामगंजमंडी पुलिस स्टेशन के सर्कल इंस्पेक्टर मनोज सिकरवाल ने कहा,"यह किसी पिस्तौल की गोली है जिसका खुलासा सर्जरी से हुआ है। "