विवादित बयान पर राजस्थान BJP चीफ मदन राठौड़ की सफाई, ‘एक्सपोर्ट क्वालिटी’ का समझाया मतलब
राजस्थान भाजपा अध्यक्ष मदन राठौड़ ने अपनी पार्टी की एक नेता को लेकर एक ऐसा बयान दिया जिसपर विवाद खड़ा हो गया। जयपुर में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने एक महिला नेता सुमन शर्मा को एक्सपोर्ट क्वालिटी कह दिया था। अब उन्होंने अपने बयान पर सफाई दी है।

राजस्थान भाजपा अध्यक्ष मदन राठौड़ ने अपनी पार्टी की एक नेता को लेकर एक ऐसा बयान दिया जिसपर विवाद खड़ा हो गया। जयपुर में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने एक महिला नेता सुमन शर्मा को एक्सपोर्ट क्वालिटी कह दिया था। जिसका कांग्रेस ने कड़ा विरोध किया है। अब उन्होंने अपने बयान पर सफाई दी है। उनका कहना है कि अगर कोई योग्य है तो उसे दूसरे प्रदेशों में भेजना चाहिए ताकि उसकी योग्यता का लाभ लिया जा सके। मैंने कहा कि बिहार की बेटी राजस्थान आई क्योंकि उसमें योग्यता है।
राठौड़ ने कहा, 'अगर कोई योग्य है, बहुत योग्य है, उस योग्य को और क्षेत्रों में भेजकर उसकी योग्यता का लाभ दिलवाया जाना चाहिए। यही बात हमने वहां कही थी कि बिहार की बेटी हमारे राजस्थान में आई। ये सक्षम हैं, योग्य हैं तो वहां भई जाकर हमारी पार्टी का प्रचार करेंगी, अच्छी बातें वहां भी मुखर होकर कहेंगी। इसमें क्या दिक्कत है। एक्सपोर्ट का मतलब है कि अच्छी क्वालिटी, अच्छी बहन, अच्छी बेटी, योग्य, एक्सपर्ट ये है। आप शब्द का दुरुपयोग मत करिए।'
कांग्रेस द्वारा उनके बयान का विरोध करने पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा, कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है। सुमन शर्मा की बात कर रहे हैं। मेरी बहन है। सुमन शर्मा बिहार की बेटी है और जयपुर की बहू है। जयपुर आकर वो राजस्थान महिला आयोग की अध्यक्ष भी रही हैं। वे योग्य नेता हैं, योग्य नेत्री हैं। मैं तो चाहता हूं कि वे और क्षेत्रों में जाकर काम करे। इसमें दिक्कत क्या है।
कांग्रेस ने बयान को बताया था अपमानजनक
राठौड़ ने रविवार को बिहार दिवस समारोह में अपनी पार्टी की एक महिला नेता को ‘एक्सपोर्ट क्वालिटी’ कहा था। भाषण का एक वीडियो सोमवार को सामने आया जिसके बाद नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने राठौड़ पर निशाना साधते हुए कहा कि यह टिप्पणी अपमानजनक है। कार्यक्रम में राठौड़ बिहार में चुनाव प्रचार के संदर्भ में बात कर रहे थे। उन्होंने कहा था, ‘‘हम भी जाएंगे। मैंने तो कहा कि ‘एक्सपोर्ट क्वालिटी’ हमारे सामने है। इन्हें भी वहां भेजूंगा, मैं सबको भेजूंगा।’’ जूली ने इस टिप्पणी की आलोचना करते हुए कहा, "यह बेहद शर्मनाक है। इस तरह की अपमानजनक भाषा महिलाओं के प्रति भाजपा नेताओं की मानसिकता को दिखाती है।"