भूकंप के बाद विशेषज्ञों ने लोगों से सतर्क रहने और सुरक्षा उपाय अपनाने की सलाह दी। भूकंप के दौरान खुले स्थान पर जाना, भारी वस्तुओं से दूर रहना और इमारतों की संरचनात्मक मजबूती की जांच करना महत्वपूर्ण है।
दिल्ली में 7 की तीव्रता का भूकंप आने वाला है; पिछले दिनों इस तरह की एक भविष्यवाणी ने हलचल मचा दी। पैनिक फैलाने वाली इस भविष्यवाणी के बाद राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) को सामने आना पड़ा।
Earthquake in Delhi- दिल्ली में एक बार फिर भूकंप का झटका लगा है। इस बार साउथ दिल्ली में भूकंप का केंद्र था। सात दिन में तीसरी बार दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के झटके लगे हैं
दिल्ली में सोमवार सुबह आया भूकंप प्लेट टेक्टोनिक्स की वजह से नहीं बल्कि भूगर्भीय विशेषताओं में प्राकृतिक रूप से होने वाले बदलाव का परिणाम है। एक वरिष्ठ वैज्ञानिक ने यह बात बताई।
नई दिल्ली-एनसीआर में सोमवार सुबह आए भूकंप के बाद धौलाकुआं इलाका एक बार फिर सुर्खियों में हैं, क्योंकि इस स्थान के आसपास बीते 32 साल में 446 बार धरती कांपी है। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक, ये सभी भूकंप 1.1 से 4.6 तीव्रता के रहे हैं।
आज सुबह दिल्ली-एनसीआर में जोरदार भूकंप महसूस हुआ जिससे कई लोग डर गए। ऐसे में ये जरूरी है कि अगली बार भूकंप आने पर आपको इसका अलर्ट तुरंत मिले। ऐसे करने के लिए आप अपने स्मार्टफोन का यूज कर सकते हैं। जानिए कैसे ओन करें Earthquake Alert फीचर:
भूकंप से जुड़े सवाल पर महिला ने कहा कि एक औरत 4 बच्चों को लेकर कैसे भागेगी... इसके साथ ही जानिए महिला की अन्य से किस बात पर बहस हुई और उसने क्या आपबीती बताई।
केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने दिल्ली के लोगों से शांत रहने और सुरक्षा संबंधी सावधानी बरतने तथा भूकंप के बाद आने वाले झटकों के लिए तैयार रहने को कहा। जानिए पूरी बात।
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के डायरेक्टर डॉ. ओपी मिश्रा ने सोमवार को दिल्लीवासियों को आश्वस्त किया कि चिंता की कोई बात नहीं है, क्योंकि कम तीव्रता के झटके 'प्राकृतिक' हैं और सोमवार को सुबह दिल्ली में आए 4.0 तीव्रता के भूकंप से यह ठीक हो जाएगा।
दिल्ली में सोमवार सुबह भूकंप के तेज झटकों ने पूरे एनसीआर को हिला डाला। सुबह 5:36 पर आए इस भूकंप का केंद्र राजधानी दिल्ली में ही था।