यह चालू वित्त वर्ष (2025-26) में बीएसई और एनएसई पर लिस्ट होने वाला पहला पब्लिक इश्यू होगा।
Ather IPO: इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनी अथर एनर्जी 2025 की पहली बड़ी IPO लेकर आ रही है और इससे फाउंडर्स और शुरुआती इन्वेस्टर्स को मल्टी-बैगर रिटर्न मिल सकता है।
SAEL IPO: एग्रीकल्चर वेस्ट को क्लीन एनर्जी में बदलने वाली कंपनी एसएईएल (SAEL) अगले 12 माह में शेयर बाजार में लिस्टिंग की तैयारी कर रही है। कंपनी के सीईओ लक्षित आवला ने यह जानकारी दी है। कंपनी अपने आईपीओ के प्रबंधन के लिए फिलहाल मर्चेंट बैंकर की तलाश कर रही है।
Multibagger Stock: 2025 का साल शेयर बाजार के निवेशकों के लिए काफी मुश्किलों भर रहा है। इस दौरान बड़ी संख्या में कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली है। लेकिन 3 कंपनियां ऐसी भी हैं जिनकी लिस्टिंग इस साल हुई है। और उन्होंने शेयर बाजार में शानदार रिटर्न दिया है।
अमेजन (Amazon) के निवेश वाली कंपनी मोर रिटेल (More Retail) आईपीओ लाने की तैयारी में है। फूड और स्टेपल मार्केट के कारोबार में मौजूद यह कंपनी अगले साल आईपीओ लाने का विचार कर रही है।
क्वाड्रेंट फ्यूचर टेक के IPO में शेयर का दाम 290 रुपये था। कंपनी के शेयर 14 जनवरी 2025 को BSE में 374 रुपये पर लिस्ट हुए। कंपनी के शेयर 2 अप्रैल 2025 को 605 रुपये पर जा पहुंचे हैं। इश्यू प्राइस के मुकाबले कंपनी के शेयर 105% से ज्यादा उछल गए हैं।
Indira IVF IPO: इस साल के मोस्ट अवेटेड आईपीओ के लिस्ट से एक नाम कम हो गया है। यह आईपीओ इंदिरा आईवीएफ का है। दरअसल, कंपनी ने अपना करीब ₹3,500 करोड़ का आईपीओ वापस ले लिया है।
IPO News: गुजरात की रिन्यूएबल एनर्जी प्रदान करने वाली कंपनी Prozeal Green Energy ने आईपीओ के लिए सेबी के पास आवेदन किया है। कंपनी ने मार्केट रेगुलेटर के पास DRHP दाखिल कर दिया है। कंपनी ने 700 करोड़ रुपये जुटाने के लिए यह आवेदन किया है।
IPO News: मार्च की तरह लग रहा है कि अप्रैल के महीने में भी प्राइमरी मार्केट में सूखा ही छाया रहेगा। अभी तक किसी भी मेनबोर्ड आईपीओ के खुलने की जानकारी सामने नहीं आई है। जबकि एसएमई सेगमेंट में 3 कंपनियों के आईपीओ इस हफ्ते बंद हो रहे हैं।
इस साल लिस्ट हुए 4000 करोड़ रुपये से अधिक के साइज वाले आईपीओ में सिर्फ हुंडई ही लिस्टिंह प्राइस से ऊपर ट्रेड कर कही है। बाकि कंपनियों का भाव लिस्टिंग प्राइस से कम है। बता दें, इन कंपनियों के शेयर 42 प्रतिशत तक लुढ़क चुके हैं।