IPO से पहले इस कंपनी को तगड़ा झटका! फूड कारोबार का लाइसेंस हुआ रद्द, जानिए मामला
एफडीए ने कंपनी के फूड कारोबार खामियां पाए जाने के बाद उसका फूड कारोबार लाइसेंस निलंबित कर दिया है। एजेंसी ने कहा कि जेप्टो के धारावी डार्क स्टोर में कुछ फूड पदार्थों पर फफूंद उग रही थी।

आईपीओ से पहले क्विक कॉमर्स कंपनी जेप्टो को तगड़ा झटका लगा है। महाराष्ट्र फूड एवं ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) ने जेप्टो की पैरेंट कंपनी किरानाकार्ट टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड के मुंबई स्थित धारावी प्लांट में खामियां पाए जाने के बाद उसका फूड कारोबार लाइसेंस निलंबित कर दिया है। एजेंसी ने कहा कि जेप्टो के धारावी डार्क स्टोर में कुछ फूड पदार्थों पर फफूंद उग रही थी। प्रोडक्ट्स को भरे हुए स्थिर पानी में या उसके पास संग्रहीत किया गया था, जो खराब स्वच्छता को दर्शाता है। महाराष्ट्र के FDA ने यह भी नोट किया कि कोल्ड स्टोरेज का टेंपरेचर रेगुलेटरी स्टैंडर्ड के अनुसार बनाए नहीं रखा गया था और एक्सपायर हो चुके फूड प्रोडक्ट्स को गैर-एक्सपायर स्टॉक से स्पष्ट रूप से अलग नहीं किया गया था। FDA ने अपने बयान में कहा, "ये निष्कर्ष लाइसेंस की शर्तों का पालन करने में विफलता का संकेत देते हैं।" इन खामियों के कारण जेप्टो का फूड लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है और यह निलंबन तब तक जारी रहेगा जब तक FDA को यह विश्वास नहीं हो जाता कि कंपनी ने अपना काम ठीक कर लिया है।
कंपनी का बयान
जेप्टो के प्रवक्ता ने कहा है कि "जेप्टो में फूड सिक्योरिटी और स्वच्छता के उच्चतम स्टैंडर्ड को बनाए रखना अनिवार्य है। हमने पहले ही इंटरनल रिव्यू शुरू कर दी है और पूर्ण और क्विक अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए संबंधित अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।" जेप्टो भारत की टॉप क्विक कॉमर्स फर्मों में से एक है और स्विगी और जोमैटो के साथ प्रतिस्पर्धा करती है।
कंपनी का आ रहा IPO
बता दें कि जेप्टो का आईपीओ आने वाला है। खबर है कि आने वाले महीनों में कंपनी का इश्यू लॉन्च हो सकता है। वर्तमान में जेप्टो के सह-संस्थापक आदित पालीचा और कैवल्य वोहरा, अव्रा के संस्थापक अनु हरिहरन और नेक्सस वेंचर पार्टनर्स के सह-संस्थापक और प्रबंध निदेशक सुवीर सुजान, जेप्टो के अन्य बोर्ड सदस्यों में शामिल हैं।