Share Market Live Updates 2 June: घरेलू शेयर मार्केट की आज कैसी रहेगी चाल, क्या कह रहे ग्लोबल संकेत
Share Market Live Updates 2 June: सेंसेक्स और निफ्टी 50 बिना किसी खास उछाल या गिरावट के खुल सकते हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि दुनिया भर के बाजारों के संकेत अच्छे नहीं हैं। एशिया के बाजार तो पहले ही नीचे चल रहे थे। अमेरिकी शेयरों के फ्यूचर्स भी गिरे हुए हैं।
Share Market Live Updates 2 June: सोमवार का दिन भारतीय शेयर बाजार के लिए सुस्त शुरुआत लेकर आ सकता है। सेंसेक्स और निफ्टी 50 बिना किसी खास उछाल या गिरावट के खुल सकते हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि दुनिया भर के बाजारों के संकेत अच्छे नहीं हैं। एशिया के बाजार तो पहले ही नीचे चल रहे थे। अमेरिकी शेयरों के फ्यूचर्स भी गिरे हुए हैं, हालांकि मई महीना उनके लिए बहुत अच्छा रहा था। एसएंडपी 500 और नैस्डैक ने पिछले नवंबर के बाद से अपना सबसे बड़ा मासिक उछाल दर्ज किया था।
पिछले शुक्रवार को भारतीय बाजार गिरावट के साथ बंद हुआ था। हालांकि, मई में निफ्टी 50 ने 1.7% की बढ़त दर्ज की, जो लगातार तीसरे महीने की बढ़त थी। सेंसेक्स 182 अंक (0.22%) गिरकर 81,451.01 पर और निफ्टी 50 लगभग 83 अंक (0.33%) टूटकर 24,750.70 पर बंद हुआ।
आज सेंसेक्स को प्रभावित करने वाले ग्लोबल संकेत
1. एशियाई बाजार ठंडे: सोमवार को एशियाई बाजार भी नीचे थे। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने स्टील पर आयात शुल्क (टैरिफ) 25% से बढ़ाकर 50% कर दिया है, जो 4 जून से लागू होगा। जापान का निक्केई 225 सूचकांक 0.89% गिरा, टॉपिक्स 0.65% नीचे रहा। दक्षिण कोरिया का कोस्पी थोड़ा (0.16%) चढ़ा, लेकिन कोसडैक सपाट रहा। हांगकांग के हेंग सेंग के फ्यूचर्स भी कमजोर शुरुआत की ओर इशारा कर रहे थे। चीन, मलेशिया और न्यूजीलैंड के बाजार छुट्टी के कारण बंद थे।
2. गिफ्ट निफ्टी का इशारा: गिफ्ट निफ्टी लगभग 24,870 के स्तर पर कारोबार कर रहा था, जो निफ्टी फ्यूचर्स के पिछले बंद भाव से लगभग 1 अंक नीचे है। यह भारतीय बाजारों के सपाट खुलने का संकेत दे रहा है।
3. वॉल स्ट्रीट का मिला-जुला रुख: अमेरिकी बाजार शुक्रवार को उतार-चढ़ाव भरे कारोबार के बाद लगभग सपाट बंद हुए। राष्ट्रपति ट्रंप ने पहले चीन को आड़े हाथों लिया, फिर ट्रेड डील को लेकर आशावादी बयान दिया। डॉऊ जोन्स 54 अंक (0.13%) चढ़कर 42,270.07 पर रुका। एसएंडपी 500 बमुश्किल 0.48 अंक (0.01%) गिरकर 5,911.69 पर और नैस्डैक 62 अंक (0.32%) टूटकर 19,113.77 पर बंद हुआ। मई में एसएंडपी 500 लगभग 6.2 प्रतिशत और नैस्डैक 9.6 प्रतिशत चढ़े थे।
4. रूस-यूक्रेन जंग का असर: यूक्रेन के ड्रोन हमले में रूस के इलाके में गहराई तक जाकर 40 से ज्यादा रूसी विमान नष्ट हो गए। इसके जवाब में रूस ने इस्तांबुल में शांति वार्ता से कुछ घंटे पहले ही यूक्रेन पर मिसाइलों और ड्रोन से हमला बोल दिया।
5. ट्रंप के टैरिफ: राष्ट्रपति ट्रंप ने घोषणा की कि अमेरिका स्टील पर टैरिफ बुधवार, 4 जून से 25% से बढ़ाकर 50% कर देगा। ट्रंप ने जापान की निप्पॉन स्टील और अमेरिकी यूएस स्टील के बीच साझेदारी को भी बढ़ावा दिया।
6. अमेरिकी महंगाई : अमेरिका में खर्चों का पैमाना (PCE प्राइस इंडेक्स) अप्रैल में पिछले महीने के मुकाबले 0.1% बढ़ा। मार्च में यह स्थिर था। पिछले साल अप्रैल की तुलना में यह महंगाई 2.1% रही, जो मार्च में 2.3% थी। खाने-पीने और ऊर्जा की चीजों को छोड़कर देखें तो (कोर PCE) महंगाई अप्रैल में 0.1% ही बढ़ी।
घरेलू आर्थिक खबरें
भारत की जीडीपी: वित्त वर्ष 2024-25 की जनवरी-मार्च तिमाही में भारत की आर्थिक वृद्धि (GDP ग्रोथ) घटकर 7.4% रह गई। इससे पूरे साल (2024-25) की वृद्धि दर 6.5% पर आ गई। पिछले साल की इसी तिमाही में वृद्धि दर 8.4% थी।
राजकोषीय घाटा (फिस्कल डेफिसिट): वित्त वर्ष 2024-25 में सरकार का राजकोषीय घाटा 15.77 लाख करोड़ रुपये रहा। यह सरकार के पूरे साल के अनुमान (15.70 लाख करोड़) से थोड़ा ज्यादा है। हालांकि, पिछले साल (2023-24) के 16.54 लाख करोड़ के घाटे से यह कम है। सरकार का लक्ष्य इस साल घाटे को सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के 4.8% पर रखने का था। अगले साल (2025-26) के लिए इसे घटाकर 4.4% करने का लक्ष्य है।
जीएसटी कलेक्शन: मई महीने में सकल वस्तु एवं सेवा कर (GST) संग्रह साल पहले की मई के मुकाबले 16.4% बढ़कर 2.01 लाख करोड़ रुपये से ऊपर पहुंच गया। अप्रैल में जीएसटी कलेक्शन रिकॉर्ड 2.37 लाख करोड़ रुपये था।
कच्चे तेल के दाम: भू-राजनीतिक तनाव और व्यापारिक जोखिम बढ़ने के साथ-साथ ओपेक द्वारा अनुमान से कम उत्पादन बढ़ाने के कारण कच्चे तेल के दाम फिर चढ़ गए। ब्रेंट क्रूड तेल की कीमतें 2.09% बढ़कर 64.09 डॉलर प्रति बैरल और अमेरिकी वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) क्रूड फ्यूचर्स 2.30% चढ़कर 62.19 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गए।