इस रिटायर्ड असलहा बाबू की STF को तलाश, मुख्तार अंसारी कनेक्शन; फर्जी लाइसेंस मामले में तेज हुई जांच
शस्त्र लाइसेंस में किस-किस तरह के खेल हुए। बिना अधिकारी को दिखाए विदेशी हथियार लाइसेंस पर कैसे चढ़ जाते थे। विदेशी हथियार जो लेकर आता था उससे कागजात क्यों नहीं लिए जाते थे। ऐसे कई सवाल एसटीएफ को परेशान कर रहे हैं। यह मामला देश की सुरक्षा से जुड़ा है।

फर्जी लाइसेंस और अवैध हथियार के मामले में एसटीएफ को आगरा रिटायर्ड असलहा बाबू संजय कपूर की तलाश है। पूछताछ के लिए उसे हिरासत में लेने की तैयारी है। पूरे मामले की मॉनीटरिंग अब एसटीएफ मुख्यालय से हो रही है। आरोपियों के मुख्तार अंसारी से कनेक्शन निकलने के बाद मामला बड़ा हो गया है। एसटीएफ आगरा यूनिट को निर्देश हैं कि एक भी आरोपित बचना नहीं चाहिए। साथ ही यह निर्देश भी मिले हैं कि इस प्रकरण में किसी निर्दोष के खिलाफ कार्रवाई न हो। जिनके पास अवैध विदेशी पिस्टल हैं वे गवाह बनना चाहें तो विवेचना में उन्हें गवाह बनाया जाए।
शस्त्र लाइसेंस में किस-किस तरह के खेल हुए। बिना अधिकारी को दिखाए विदेशी हथियार लाइसेंस पर कैसे चढ़ जाते थे। विदेशी हथियार जो लेकर आता था उससे कागजात क्यों नहीं लिए जाते थे। ऐसे तमाम सवाल एसटीएफ को परेशान कर रहे हैं। विवेचक इंस्पेक्टर हुकुम सिंह को अधिकारियों ने निर्देशित किया है कि पुख्ता साक्ष्य संकलित किए जाएं। यह मामला देश की सुरक्षा से जुड़ा है। सभी विदेशी हथियार अवैध हैं तो बहुत बड़ा मामला है। गिरोह ने न जाने कितनों को हथियार बेचे होंगे। एसटीएफ इसके भी पुख्ता साक्ष्य जुटाए कि असलहा बाबू के कार्यालय में किसकी धमक थी।
ऐसा कौन है जिसके इशारे पर प्रशासन के काम हो जाया करते थे। बिना जाए आवेदक के शस्त्र लाइसेंस का नवीनीकरण हो जाता था। बिना देखे पुलिस नवीनीकरण की संस्तुति की रिपोर्ट लगा देती थी। एसटीएफ मामले की तह तक पहुंचने के लिए सबसे पहले रिटायर्ड असलाह बाबू संजय कपूर की तलाश कर रही है। एसटीएफ ने पहले फोन मिलाकर संपर्क का प्रयास किया था। मोबाइल बंद आ रहा है।
एसटीएफ को जानकारी मिली है कि रिटायर असलहा बाबू के पास भी विदेशी पिस्टल है। उसकी भी पिस्टल की जांच कराई जाएगी। हालांकि अभी इस बात की पुष्टि नहीं है कि आरोपित संजय कपूर के पास विदेशी पिस्टल है। मुकदमा लिखाने के बाद एसटीएफ को लगातार सूचनाएं मिल रही हैं।
थानों में खंगाले जा रहे हैं रिकार्ड
मोहम्मद जैद का मुख्तार अंसारी से कनेक्शन की जानकारी के बाद पूरे प्रकरण की मॉनीटरिंग अब एसटीएफ मुख्यालय से हो रही है। एसटीएफ को निर्देश दिए गए हैं कि इस मामले में आरोपित की पूरी कुंडली तैयार की जाए। एसटीएफ ताजगंज, सदर और रकाबगंज थाने के पुराने रिकार्ड चेक कर रही है। एसटीएफ को क्राइम हिस्ट्री का एक पेज मिला है। उसमें क्राइम नंबर और थाना लिखा हुआ है। ये मुकदमे जैद और उसके पिता से संबंधित हैं। किस मुकदमे में क्या हुआ। यह भी पता लगाया जा रहा है।
नामजद राजेश बघेल हरियाणा पहुंचा
एसटीएफ को अनजान लोग फोन करके सूचनाएं दे रहे हैं। एसटीएफ को एक फोन आया कि अवैध हथियार मामले में नामजद राजेश बघेल हरियाणा में है। उसकी लोकेशन भी बताई। एसटीएफ का मानना है कि जब कोई दोष ही नहीं है तो आरोपित फरार क्यों हो गए। विवेचना में मदद करें। राजेश बघेल ने ही विदेशी पिस्टल एक आरोपित को दी थी। आरोपित का कहना है कि उसे इस बात की जानकारी ही नहीं थी कि पिस्टल अवैध है। उसने तो खरीदी थी। वह तो बेवजह फंस गया। विवेचक जल्द ही आरोपियों को नोटिस भेज सकता है।